भोपाल: मप्र के 33 जिलों में सिकल सेल एनीमिया मरीजों की संख्या 20 हजार 526 है तथा प्रदेश के राज्यपाल मंगु भाई पटेल ने इस रोग के उपचार हेतु बीड़ा उठाया हुआ है। राज्य के वन विभाग के अंतर्गत कार्यरत एमपी लघु वनोपज संघ ने तीन आयुष औषधियों का निर्माण किया है तथा इसका प्रेजेन्टेशन भी राज्यपाल के समक्ष किया गया है।
ये तीन दवायें हैं : द्राक्षावलेह, रसनास्पतक कषाय एवं गुग्गुलु टिकटकम घृतम। संघ की एमडी समिता राजौरा ने बताया कि इन औषधियों को धार और बड़वानी जिलों में पायलट आधार पर रोगियों को दिया गया तथा इस परीक्षण में रोगी के हीमोग्लोबिन के स्तर में वृद्धि और जोड़ों के दर्द और थकान में कमी देखी गई है।
उल्लेखनीय है कि सिकल सेल एनीमिया एक वंशानुगत (हेरेडिटरी) रक्त विकार है, जिससे दर्द होता है और आंखों, लीवर और किडनी जैसे अंगों को नुकसान पहुंचता है। आवश्यक स्वीकृतियां मिलने पर इस रोग के उपचार हेतु बनाई उक्त औषधियों का व्यापक उपयोग किया जायेगा।
डॉ. नवीन आनंद जोशी