MP Election 2023: कमलनाथ का भाजपा पर तंज, बोले- न उसके पास रणनीति है, न सेनापति


स्टोरी हाइलाइट्स

MP Election 2023: मध्यप्रदेश में जैसे-जैसे विधानसभा चुनाव की तारीख नजदीक आ रही है, वैसे-वैसे सियासी बयानबाजी भी तेज हो चली है. इन दिनों बीजेपी और कांग्रेस एक दूसरे पर निशाना साधने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है.

MP Election 2023: मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में अब सिर्फ गिनती के ही दिन बचे हुए हैं. ऐसे में राजनीतिक गलियारों में ऱोज नई-नई उठापटक चालू है. वैसे, चुनाव की तारीख नजदीक आते ही बयानबाजी भी अब चरम पर पहुंच गई है. फिर चाहे कांग्रेस हो या भाजपा दोनों ही दल इसमें पीछे नहीं हैं.

ख़ैर, चुनावी रणनीति की बात करें तो भाजपा इस बार चेहरे से ज्यादा संगठन पर भरोसा जाता रहीं हैं. यहीं वजह है कि चुनाव नजदीक है और अभी तक मुख्यमंत्री के लिए किसी भी चेहरे पर खुलकर मुहर नहीं लग पाई है. बल्कि, दिल्ली से ही पूरी रणनीति तैयार की जा रहीं हैं. ख़ुद अमित शाह चुनाव पर नज़र बनाये हुए हैं.

कमलनाथ का भाजपा पर तंज-

कांग्रेस में भी चेहरे को लेकर ठीक ऐसा ही हाल हैं. हालांकि, इसके बावजूद भी पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ भाजपा पर चेहरे को लेकर तंज कस रहे हैं. उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट ट्विटर (X) पर पोस्ट में लिखा, मध्य प्रदेश में जिस प्रकार भाजपा के वरिष्ठ नेतागण अपने साक्षात्कारों में उनकी अपनी ही पार्टी द्वारा अपनी अवहेलना, उपेक्षा और अपमान की सरेआम बात कर रहे हैं. उससे साबित हो गया है कि कांग्रेस के प्रति जन-समर्थन देखकर भाजपा पहले ही हताश हो चुकी है और दिखावटी चुनाव लड़ रही है.

कमलनाथ ने आगे लिखा, इसलिए न उसके पास रणनीति है न सेनापति. इसीलिए न वो वरिष्ठों को महत्व दे रही है न कनिष्ठों को. भाजपा दिल्ली से ही मध्य प्रदेश का चुनाव संचालित करके दिखा रही है कि उसे न तो मध्य प्रदेश के नेतृत्व पर विश्वास है, न नेताओं और संगठन पर. दूर से राजतंत्र चलाए जाते हैं लोकतंत्र नहीं क्योंकि लोकतंत्र की दिशा नीचे से ऊपर की ओर होती है, न कि ऊपर से नीचे, लेकिन ये बात अलोकतांत्रिक भाजपा की समझ में नहीं आएगी. भाजपा की सामूहिक विदाई का समय आ गया है.

एमपी दौरे पर भाजपा के कई दिग्गज-

बता दें कि मध्यप्रदेश में भाजपा की कमान केंद्रीय नेतृत्व ने संभाल रहीं हैं. ख़ुद गृह मंत्री अमित शाह चुनावी रणनीतियों पर नज़र बनाये हुए है. इन दिनों भाजपा की पांच जन आशीर्वाद यात्राएं प्रदेशभर में निकल रहीं हैं. पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी की जयंती पर 25 सितंबर को इन पांचों यात्राओं का समागम भोपाल में होने वाले कार्यकर्ता महाकुंभ में होगा. जिसमें 10 लाख कार्यकर्ता सम्मिलित होंगे. कार्यकर्ता महाकुंभ को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संबोधित करेंगे. साथ ही कई दिग्गज नेता भी मध्यप्रदेश में शिरकत करेंगे. जिसको लेकर कांग्रेस ने हमला बोलना शुरू कर दिया हैं.