मध्य प्रदेश में अब एक ही घर में अलग-अलग बिजली मीटर लगाए जा सकेंगे। बिजली विभाग के एक पायलट प्रोजेक्ट के तहत कुछ शर्तों के साथ नए कनेक्शन देना अनिवार्य कर दिया गया है। अभी तक विधिक विभाग न होने के कारण अलग से मीटर नहीं लगाए जाते थे। जिसके कारण एक ही परिवार में अलग-अलग रहने वाले लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ता था, लेकिन अब इससे राहत मिलेगी।
अलग-अलग मीटर लगाने के संबंध में आदेश जारी कर दिए गए हैं। अब लोगों को अलग से स्वतंत्र घरेलू कनेक्शन के लिए परेशान नहीं होना पड़ेगा। बिजली चोरी का मामला लंबित रहने तक अलग से कनेक्शन नहीं मिलेगा। यदि अलग से कनेक्शन लिया है तो शेष राशि आधी-आधी बांटनी होगी।
बिजली विभाग ने राज्य की तीनों बिजली वितरण कंपनियों को निर्देश दिया है कि एक ही परिसर में अलग-अलग घरों में स्वतंत्र घरेलू बिजली मीटर लगाने का प्रावधान तभी किया जा सकता है, जब पहले से लगे मीटर किसी भी तरह से क्षतिग्रस्त हों।
एक ही परिसर में अलग-अलग मीटर लगाने के फैसले से उन लोगों को सबसे ज्यादा फायदा होगा जो किराए के मकान में रहते हैं। सब मीटर लगाने वालों को पहले से लगे मीटरों की खपत का आंकड़ा अलग से जांचना होगा। इसके अलावा आपसी विवाद के कारण एक ही परिवार के सदस्यों के भी अलग-अलग मीटर लगाने के प्रयास सफल नहीं हो पाए, अब इस नई व्यवस्था से मीटर लगाए जाएंगे।