इसे देखते हुए, प्रधानमंत्री का भाषण सिर्फ़ एक राजनीतिक प्रतिक्रिया नहीं था, बल्कि बिहार की सांस्कृतिक चेतना की भावनाओं को सीधे तौर पर छू गया। इस बीच, राहुल गांधी ने मोदी की छवि धूमिल करने की कोशिश में बिहार की अपनी ही आस्था पर निशाना साधा।
बिहार की राजनीति में, राहुल गांधी ने बयान से एक बार फिर सियासी भूचाल ला दिया है। पीएम मोदी पर तीखा हमला बोलते हुए गांधी ने बुधवार 29 अक्टूबर को आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री वोट के लिए कुछ भी कर सकते हैं, यहां तक मतदाताओं द्वारा कहने पर नाच भी सकते हैं। बिहार के मुजफ्फरपुर में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा, ‘अगर मोदी जी ड्रामा करना चाहते हैं, छठ पूजा का ड्रामा करना चाहते हैं, तो पानी आएगा, वीडियो कैमरा आएगा।’
राहुल गांधी का यह बयान भाजपा के लिए राजनीतिक वरदान साबित हुआ। मुजफ्फरपुर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसे मुद्दा बनाकर महागठबंधन पर हमला बोला। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "आपने देखा है कि आपका ये बेटा तो छठी मैया की जय-जयकार दुनिया में कराने में लगा है। दूसरी तरफ ये कांग्रेस और RJD के लोग छठी मैया का अपमान कर रहे हैं। क्या कोई कभी चुनाव में वोट पाने के लिए छठी मैया का अपमान कर सकता है? क्या ऐसा अपमान, बिहार, हिंदुस्तान और मेरी माताएं जो निर्जला उपवास करती हैं, वो सहन कर सकती हैं?...जो महिलाएं निर्जला इतना लंबा व्रत रखती हैं, जो गंगा जी में खड़ी होकर सूर्यदेव को अर्घ्य देती हैं। वो RJD-कांग्रेस की नजर में ड्रामा करती हैं। क्या बिहार की माताएं-बहनें छठी मैया का ये अपमान बर्दाश्त करेंगी?...मैं जानता हूं कि छठी मैया के इस अपमान को बिहार का कोई भी व्यक्ति नहीं भूलेगा..."
इसे देखते हुए, प्रधानमंत्री का भाषण सिर्फ़ एक राजनीतिक प्रतिक्रिया नहीं था, बल्कि बिहार की सांस्कृतिक चेतना की भावनाओं को सीधे तौर पर छू गया। इस मुद्दे को और राजनीतिक तूल देते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने लखीसराय की एक रैली में कहा, "कल राहुल बाबा आए थे और उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी को अपमानित करने के लिए कुछ शब्दों का इस्तेमाल किया लेकिन प्रधानमंत्री मोदी का अपमान करते करते उन्होंने छठी मैया का भी अपमान किया।
उन्होंने कहा कि छठी मैया की पूजा करने वाले लोग नाटक करते हैं। राहुल बाबा, आप छठी मैया के महत्व और आस्था को नहीं समझेंगे...आप प्रधानमंत्री मोदी के लिए अपशब्द बोलते हो। जरा इतिहास उठाकर देख लो। जितनी बार प्रधानमंत्री मोदी के लिए कांग्रेस के नेताओं ने अपशब्द बोले, कांग्रेस का सूपड़ा साफ हो गया है...14 नवंबर को जब डब्बे खुलेंगे, महागठबंधन साफ हो जाएगा..."
पुराण डेस्क