उज्जैन: कांग्रेस उम्मीदवार ने नाले के पानी में उतर जताया सरकार का विरोध, शिप्रा में गिर रहा गंदे नाले का पानी


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उज्जैन की शिप्रा नदी लगातार प्रदूषण का शिकार होती जा रही है। इसमें विभिन्न नालों से लगातार पानी गिर रहा है। इस मामले पर सरकार का ध्यान आकर्षित करने के लिए ताराना से कांग्रेस प्रत्याशी महेश परमार ने नया तरीका अपनाया। वह नदी के गंदे पानी में उतर गए विरोध जताया। साथ ही उन्होंने नदी का जल हाथ में लेकर कसम खाई कि जब तक नदी शुद्ध नहीं हो जाती, उनका संघर्ष जारी रहेगा।

महेश परमार के विरोध का एक वीडियो भी वायरल हो रहा है, जिसमें वह नदी के बीच में बैठकर डुबकी लगाते नजर आ रहे हैं। इतना ही नहीं कांग्रेस प्रत्याशी ने बीजेपी की केंद्र और राज्य सरकार पर भी निशाना साधा है। उनका कहना है, 'मध्य प्रदेश में पिछले 10 साल से डबल इंजन का दावा किया जा रहा है। यहां सांसद, विधायक, महापौर, पार्षद, सभी निर्वाचित जन प्रतिनिधि भाजपा के हैं लेकिन माता क्षिप्रा की हालत आज भी वैसी ही है।

तराना के कांग्रेस प्रत्याशी महेश परमार कहते हैं, 'मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव भी यहीं से आते हैं। करोड़ों रुपये लगाने के बाद भी नदी की हालत जस की तस है।

प्रत्याशी परमार ने कहा, 'आज मैंने मां शिप्रा में डुबकी लगाई है और प्रण किया है कि जब तक यह नदी शुद्ध नहीं हो जाती और सीवेज का पानी बंद नहीं हो जाता, तब तक मेरा संघर्ष जारी रहेगा। जब तक सांस रहेगी मेरा संघर्ष जारी रहेगा।

महेश परमार ने उज्जैनवासियों से अपील की है कि माता शिप्रा उज्जैन का गौरव है। यह हर किसी के स्वाभिमान का मामला है। यह माता शिप्रा के अस्तित्व के बारे में है। अब भ्रष्टाचारियों को सबक सिखाने का समय आ गया है। मैं जनता से अपील करता हूं कि वे अब सड़कों पर उतरें।'