स्टोरी हाइलाइट्स
आप जानते ही हैं कि हर व्यक्ति के दो रूप होते हैं- एक जो उसके असली व्यक्तित्व को दर्शाता है तथा दूसरा रूप जो वह समाज में सबको दिखाने के लिए...
सिग्नेचर और आपका व्यक्तित्व: आपके हस्ताक्षर क्या कहते हैं?
सिग्नेचर और आपका व्यक्तित्व:-
आप जानते ही हैं कि हर व्यक्ति के दो रूप होते हैं- एक जो उसके असली व्यक्तित्व को दर्शाता है तथा दूसरा रूप जो वह समाज में सबको दिखाने के लिए अपनाये रहता है, समाज लोक मर्यादा के कारण कई बार हमें अलग तरह से व्यवहार करना है जिसे आप कमजोरी भी कह सकते हैं| इसके फलस्वरूप व्यवहार में भिन्नता होना स्वाभाविक है|
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सिग्नेचर व्यक्ति के व्यक्तित्व का सम्पूर्ण आईना होता व्यक्ति के सिग्नेचर में उसके व्यक्ति की सभी बातें पूर्ण रूप से दिखायी देती हैं| इस प्रकार सिग्नेचर एक दर्पण है जिसमें व्यक्तित्व की परछाई स्पष्ट रूप से झलकती है| जो व्यक्ति अपने सिग्नेचर का पहला शब्द काफी बड़ा रखता है, व्यक्ति उतना ही विलक्षण प्रतिभा का धनी होता है| समाज में काफी लोकप्रिय व उच्च पद प्राप्त करने वाला होता है|
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सिग्नेचर में पहला शब्द बड़ा व बाकी के शब्द सुन्दर व छोटे आकार में होते हैं| ऐसा व्यक्ति धीरे-धीरे उच्च पद प्राप्त करते हुये सर्वोच्च स्थान पाता है| ऐसा व्यक्ति जीवन में पैसा बहुत कमाता है| कई भवनों का मालिक बनता है व समाज में काफी लोकप्रिय होता है, किन्तु कुछ रंगीन तबियत का व संकोची स्वभाव का उत्तम श्रेणी का विद्वान भी होता है| वह अपने कुल का काफी नाम ऊंचा करता है|
जो व्यक्ति अपने सिग्नेचर इस प्रकार से लिखता है, जो काफी अस्पष्ट होते हैं वह व्यक्ति जीवन को सामान्य रूप से नहीं जी पाता है, हर समय ऊंचाई पर पहुंचने की ललक लिये रहता है| इस प्रकार का व्यक्ति राजनीतिज्ञ, अपराधी, कूटनीतिज्ञ या बहुत बड़ा व्यापारी बनता है, जीवन आपाधापी में व्यतीत करने के कारण यह समाज से कटने लगता है तथा लोगों की उपेक्षा का शिकार भी बनता है, यह व्यक्तिगत रूप से पूर्ण सम्पन्न तथा इनका वैवाहिक जीवन कम सामान्य रहता है| धोखा दे सकता है, परन्तु धोखा खा नहीं सकता है|
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जो व्यक्ति सिग्नेचर काफी छोटा व शब्दों को तोड़-मरोड़कर उनके साथ खिलवाड़ करता है जिसके फलस्वरूप सिग्नेचर बिल्कुल पढ़ने में नहीं आता वह व्यक्ति बहुत ही धूर्त व चालाक होता है| अपने फायदे के लिए किसी का भी नुकसान करने व नुकसान पहुंचाने से नहीं चूकता, पैसा, धन भी गलत रास्ते से कमाता है तथा ऐसा व्यक्ति राजनीति एवं अपराध के क्षेत्र में काफी नाम कमाता है|
जो व्यक्ति अपने सिग्नेचर के नीचे दो लाइने खींचता है, वह व्यक्ति भावुक होता है| पूरी शिक्षा प्राप्त नहीं कर पाता, मानसिक रूप से थोड़ा कमजोर होता है| जीवन में असुरक्षा की भावना रहती है| जिसके कारण आत्महत्या करने का विचार मन में बना रहता है| पैसा जीवन में अच्छा होता है, परंतु कंजूस स्वभाव भी रहता है|
जो व्यक्ति अपने सिग्नेचर के शब्दों को काफी घुमाकर, सजाकर प्रदर्शित करके करता है, वह किसी न किसी हुनर का मालिक अवश्य होता है यानी कलाकार, गायक, पेंटर, व्यंग्यकार व अपराधी होता है| ऐसे व्यक्तियों का समय जीवन के उत्तरार्ध में अच्छा होता है|
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जो व्यक्ति अपने सिग्नेचर में नाम का पहला अक्षर सांकेतिक रूप में तथा उपनाम पूरा लिखता है तथा सिग्नेचर के नीचे बिन्दु लगाता है| ऐसा व्यक्ति भाग्य का धनी होता है| मृदुभाषी, व्यवहार कुशल, समाज में पूर्ण सम्मान प्राप्त करता है| ईश्वरवादी होने के कारण इन्हें किसी भी प्रकार की लालसा नहीं सताती, इसके फलस्वरूप जो भी चाहता है, स्वतः ही प्राप्त हो जाता है| वैवाहिक जीवन सुखी व संतानों से भी सुख प्राप्त होता है|
जो व्यक्ति अपने सिग्नेचर के अन्तिम शब्द के नीचे बिन्दु रखता है, ऐसा व्यक्ति विलक्षण प्रतिभा का धनी होता है| ऐसा व्यक्ति जिस क्षेत्र में जाता है, काफी प्रसिद्धि प्राप्त करता है और ऐसे व्यक्ति से बड़े-बड़े लोग सहयोग लेने को उत्सुक रहते हैं|
जो व्यक्ति अपने सिग्नेचर स्पष्ट लिखते है तथा सिग्नेचर के अन्तिम शब्द की लाइन या मात्रा को इस प्रकार खींच देते हैं जो ऊपर की तरफ जाती हुई दिखाई देती है, ऐसे व्यक्ति लेखक, शिक्षक, विद्वान, बहुत ही तेज दिमाग के शातिर अपराधी होते हैं| ऐसे व्यक्ति दिल के बहुत साफ होते हैं, हरेक के साथ सहयोग करने के लिए तैयार रहते हैं| मिलनसार, मृदुभाषी, समाजसेवक, परोपकारी होते हैं|
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ऐसे व्यक्ति कभी किसी का बुरा नहीं सोचते हैं, सामने वाला व्यक्ति कैसा भी क्यों न हो, हमेशा उसे सम्मान देते हैं| सर्वगुण सम्पन्न होने के बावजूद भी आपको समाज से सम्मान धीरे-धीरे ही प्राप्त होता है| जीवन के उत्तरार्ध में आपको काफी पैसा व पूर्ण सम्मान प्राप्त होता है| जीवन में इच्छाएं सीमित होने के कारण इन्हें जो भी धन व प्रतिष्ठा प्राप्त होती है, उससे काफी सन्तुष्ट रहते हैं||
सारांश यह कि सिग्नेचर या लिखावट से हमारा सीधा सम्बन्ध मानसिक विचारों से होता है, यानी हम जो सोचते हैं, करते हैं, जो व्यवहार में लाते हैं, वह सब अवचेतन रूप में कागज पर अपनी लिखावट व सिग्नेचर के द्वारा प्रदर्शित कर देते हैं|
सिग्नेचर के अध्ययन से व्यक्ति अपने भविष्य व व्यक्तित्व के बारे में जानकारी कर सकते हैं और सिग्नेचर में दिखाई देने वाली कमियों को दूर करते हुए अपने सिग्नेचर के साथ-साथ अपना भविष्य व व्यक्तित्व भी बदल सकते हैं|
हालांकि ये सब एक अनुमान ही है जो गलत भी हो सकता है|
राजीव