1 फरवरी
को मां नर्मदा का जन्मोत्सव मनाया जाएगा। इस तिथि पर नर्मदा नदी की विशेष पूजा करें।
5 फरवरी
को जया एकादशी है। इसे भीष्म एकादशी कहते हैं। इस तिथि पर भगवान विष्णु के लिए व्रत उपवास करें और सूर्यास्त के बाद तुलसी पूजा करें।
9 फरवरी
को माघ मास की अंतिम तिथि पूर्णिमा है। इस दिन संत रविवदास की जयंती भी है। माघी पूर्णिमा पर इस माह के स्नान भी समाप्त हो जाएंगे। 10 फरवरी से फाल्गुन मास शुरू हो जाएगा।
12 फरवरी
को गणेश चतुर्थी है। इस दिन भगवान श्री गणेश के लिए व्रत किया जाता है और विशेष पूजन करने की परंपरा है।
19 फरवरी
को विजया एकादशी है। एकादशी पर भगवान विष्णु के लिए व्रत करने का विधान है। विष्णुजी और लक्ष्मीजी की विशेष पूजा करें।
21 फरवरी
को महादेव की पूजा का महापर्व शिवरात्रि है। इस दिन भगवान शिव का अभिषेक करें। शिवलिंग पर तांबे के लोटे से जल चढ़ाएं। चांदी के लोटे से दूध अर्पित करें।
23 फरवरी
को फाल्गुन मास की अमावस्या है। इस दिन पितरों के श्राद्ध और तर्पण करना चाहिए। अमावस्या पर पवित्र नदियों में स्नान करने की और दान करने का विशेष महत्व है।
27 फरवरी
को विनायकी चतुर्थी है। ये तिथि गणेशजी को समर्पित है। इस तिथि पर भगवान गणेश की पूजा करें।