Parliament Special Session: केंद्र सरकार ने चौंकाने वाले फैसले के तहत संसद का विशेष सत्र बुलाया है. संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने गुरुवार को यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि संसद का विशेष सत्र 18 से 22 सितंबर तक चलेगा और इसमें 10 से ज्यादा महत्वपूर्ण बिल पेश किए जाएंगे.
संसद के इस विशेष सत्र के एजेंडे के बारे में आधिकारिक तौर पर कुछ भी नहीं कहा गया है. प्रह्लाद जोशी ने कहा कि संसद के इस विशेष सत्र में पांच बैठकें होंगी और वे इस विशेष सत्र के दौरान संसद में सार्थक चर्चा को लेकर आशान्वित हैं.
विशेष सत्र बुलाए जाने पर कांग्रेस का तंज-
हालांकि, विपक्ष ने अभी से ही मोदी सरकार पर विशेष सत्र को लेकर तंज कसना शुरू कर दिया हैं. कांग्रेस की तरफ से अधीर रंजन चौधरी ने मीडिया से चर्चा में कहा, मन मर्जी से ये लोग संसद चला रहे हैं. ऐसी क्या इमरजेंसी है, क्योंकि शीतकालीन सत्र तो होना है. पता नहीं सरकार की क्या मंशा है. हो सकता है कि पीएम मोदी की कोई नई सोच होगी. पुरानी इमारत से नई इमारत में जाना, पूजा पाठ करना, वगैरह-वगैरह. कोई धमाकेदार कुछ करना. सबका अलग-अलग सोच हो सकता है, लेकिन अजीब लगता है.
तो वहीं, कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने दावा किया कि सरकार ने अडानी पर नए खुलासे से ध्यान भटकाने और गुमराह करने के लिए संसद का विशेष सत्र बुलाया है, लेकिन हम जेपीसी को मांग पर कायम रहेंगे.