बालाघाट में टाइगर की संदिग्ध मौत, एक सप्ताह में हुई 3 मौत: गणेश पाण्डेय


स्टोरी हाइलाइट्स

बालाघाट में टाइगर की संदिग्ध मौत, एक सप्ताह में हुई 3 मौत: मध्य प्रदेश को टाइगर स्टेट का दर्जा मिलने के बाद से ही बाघों की मौत का सिलसिला .....

बालाघाट में टाइगर की संदिग्ध मौत, एक सप्ताह में हुई 3 मौत: गणेश पाण्डेय भोपाल. मध्य प्रदेश को टाइगर स्टेट का दर्जा मिलने के बाद से ही बाघों की मौत का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. 1 सप्ताह के भीतर अब तक तीन टाइगर की मौत हो चुकी है. शुक्रवार को बालाघाट जिले के राजीव सागर परियोजना के मुख्य नहर बाघिन का शव पानी में मिला. बालाघाट जिले के वारासिवनी वन परिक्षेत्र अंतर्गत खड़कपुर-भजियादंड मार्ग पर स्थित पुलिया के समीप नहर में बाघिन मृत मिली है. जहरीली वस्तु के सेवन से मौत की आशंका जताई जा रही है. कान्हा टाइगर रिजर्व व एनटीसीए की टीम समेत डॉग स्क्वॉड को तफ्तीश के लिए बुलाया गया है. मृत बाघिन की उम्र करीब ढाई वर्ष बताई जा रही है. सूत्रों ने बताया कि पानी में जहर मिला दिया था जिसे पीने से बाघिन की मौत हो गई. वारासिवनी वन परिक्षेत्र अधिकारी यशपाल मेहरा के मुताबिक सुबह करीब 10बजे राह चलते लोगों की नजर राजीव सागर बांध की खड़कपुर स्थित पुलिया कीनहर पर पड़ी,जहां बाघिन मृत पड़ी थी. वन परिक्षेत्र वारसिवनी के वीट क्रमांक542 के समीप नहर में पड़े होने की सूचना ग्रामीणों ने वन विभागको दी मौके पर पहुंच वन विभाग की टीम ने पंचनामा कार्रवाई कर बाघिन के शव को निकाला गया. पीएम कर मौत की वजह का पता लगाया जाना है. फिलहाल जांच के एनटीसीए ,कान्हा नेशनल पार्क की टीम व डॉग स्क्वॉड पहुंच रही है. जहर देने की की आशंका : जंगल में व्याकुल हो रहे वन्य प्राणी जंगलों में मौजूद जलस्रो्रोत्र सूखने वन्य प्राणी प्यास बुझाने जंगल से बाहर निकल रहे हैं. प्यास बुझाने जंगल से बाहर निकलने से बाघ मौत का शिकार हो रहे हैं. खड़कपुर में मृत मिली बाघिन की मौत की वजह पता लगाने जुटा वन विभाग भी मान रहा है कि पानी पीने आई बाघिन काे जहर देकर शिकार किया गया होगा.