दुनिया के जीवों के ये अजब गजब मुंह लंबा और नुकीला हमिंग बर्ड की तलवार जैसी चोंच उसके शरीर से ज्यादा लंबी होती है. हमिंग बर्ड की सभी ज्ञात प्रजातियों में भी इसकी चोंच सबसे लंबी है. यह भोजन के लिए फूलों का पराग चूसती है जिसमें यह लंबी चोंच बहुत काम की साबित होती है क्योंकि फूल के करीब गए बगैर ही बहुत दूर से इसका काम हो जाता है. जब इसकी चोंच खुली हो तो यह कीड़ों को भी आराम से निगल लेती है. भकोसने वाला मुंह दो सितारों की आकृति वाले थूथन के दम पर यह स्टार नोज्ड मोल बड़ा शातिर शिकारी है. इसके नथुनों के आस पास मौजूद 22 मांसल तंतु संवेदी अंगों की तरह काम करते हैं. इनके साथ यह प्रति सेकेंड 13 शिकारों की पहचान कर सकता है. इंसान तो इतने समय में इतने जीवों को देख भी नहीं सकता. ना बत्तख ना ऊदबिलाव ये है क्या? बत्तख जैसी चपटी चोंच और ऊदबिलाव जैसी पूंछ, अंडे देने वाला यह स्तनधारी क्या सचमुच धरती पर कहीं है. बिल्कुल यह प्लेटिपस है और ऑस्ट्रेलिया में पाया जाता है. इसकी बड़ी चपटी चोंच की सतह चमड़े जैसी है. इसके नथुने के सिरे पर एक श्वासनली भी लगी होती है जो डुबकी मारने में मदद करती है. इसी के दम पर यह पानी के भीतर हुए भी सांस लेता रहता है. दैत्य जैसे दांत डरिए मत भले ही यह डरावना दिखे लेकिन यह शाकाहारी है. यह हिरण शाम के वक्त घास चरना पसंद करता है और खतरे की आहट पाते ही भागने की बजाए भौंकता है ताकि दूसरे हिरणों को सावधान कर सके. भागने के दौरान यह अपनी सफेद पूंछ को खड़ी कर लेता है जो बाकी हिरण के लिए संकेत है कि खतरा कहीं आस पास है. चिड़िया से ज्यादा चोंच किसी कॉमिक किरदार की तरह नजर आने वाला शोबिल धरती का ही जीव है. यह मध्य अफ्रीका के उष्णकटिबंधीय इलाके में पाया जाता है. यह अकसर पानी में बिल्कुल शांत हो कर खड़ा रह कर नीचे देखता रहता है. जैसे ही इसे कोई शिकार नजर आता है बिजली की तेजी से झपट्टा मार कर उसे अपनी चोंच में दबा लेता है. चोंच का ऊपरी सिरा हुक जैसा होता है जिनसे शिकार को भागने का मौका नहीं मिलता. इससे बड़ा मुंह आपने कहां देखा है इस शार्क का शरीर 10 मीटर लंबा होता है और यह व्हेल के बाद यह दुनिया की सबसे बड़ी मछली है. विशाल आकार के बावजूद यह खून की प्यासी नहीं है. यह विशाल शार्क केवल जलप्लावक खाती है. यह अपना मुंह खोल कर तैरती है ताकी अपना खाना पकड़ सके और फिल्टर कर सके. पानी इसके मुंह से अंदर जा कर गलफड़ों से बाहर निकल जाता है और जलप्लावक अंदर ही रह जाता है. यह एक घंटे में 1800 टन पानी मुंह में ले लेती है. बड़े भाई से थोड़ा कम डरावना दक्षिण पूर्व एशिया का यह घड़ियाल, गावियल दूसरे घड़ियालों से थोड़ा अलग होता है. यह हिरण या फिर जेब्रा का शिकार नहीं करता केवल मछली खता है. इसका नथुना काफी लंबा और पतला होता है जिसमें ढेर सारे दांत होते हैं. मछलियों को पकड़ने और खाने के लिए ये दांत आदर्श हैं. फूलों से ऊर्जा इस बटरफ्लाई का मुंह ना सिर्फ लंबा बल्कि बहुत सटीक होता है. यह प्रति मिनट 100 फूलों का पराग चूस सकती है. ऐसा करते वक्त यतह फूल के सामने खड़ा होती है. अपनी चोंच की मदद से लंबे दलपुंज वाले फूलों से भी पराग चूसने में सफल हो जाती है. आमतौर पर दूसरे जीव वहां तक नहीं पहुंच पाते हैं. बिल्कुल चम्मच जैसा स्पूनबिल का नाम भी शायद इसके मुंह को देख कर ही रखा गया है. मछली हो, मेंढक या फिर दूसरे छोटे जलीय जीव स्पूनबिल की चोंच से उनका बच पाना नामुमकिन है. भोजन की तलाश में यह छिलछले पानी में जाता है. हालांकि कई बार यह समुद्र तटों पर भी नजर आ जाता है. कीचड़ वाली जगहों पर ह अपना सिर आगे पीछे कर के अपना खाने को छांट लेता है सागर तल का शाकाहारी डुगोंग समुद्री घास को खाता है. यह पानी के भीतर पलने वाले पौधों को खाना पसंद करता है. इसके लिए यह बड़ी होशियारी से काम करता है. यह पौधों को उनकी जड़ समेत अपने ऊपरी होंठ की मदद से पहले खोदता है फिर जड़ों को जमीन से अलग कर देता है. इसके बाद पौधे में लगी मिट्टी को झाड़ कर उन्हें मुंह में रख लेता है. हिप्पो पोटैमस बड़े और अनोखे मुंह वालों में यह उभयचर भी है जिसका मुंह एक बार खुले तो कई किलो राशन पलक झपकते ही गायब हो जाए. हाथी और गैंडे के बाद यह धरती का तीसरा सबसे बड़ा जानवर है. आमतौर पर अफ्रीका में पाया जाने वाला हिप्पो शाकाहारी होता है. वैसे तो यह धरती पर रहता है लेकिन दिन का ज्यादातर वक्त पानी के भीतर गुजारता है.
दुनिया के जीवों के ये अजब गजब मुंह
