ऑपरेशन सिंदूर को लेकर भोपाल में तिरंगा यात्रा, CM, प्रदेश अध्यक्ष समेत कई बड़े BJP नेता शामिल


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स्टोरी हाइलाइट्स

सीएम डॉ. मोहन यादव ने कहा, यह नया भारत है, चुप नहीं बैठेगा, अगर आप हमें उकसाओगे तो हम आपको छोड़ेंगे नहीं, ऑपरेशन सिंदूर में आपने देखा कि किस तरह सेना को देश के दुश्मनों से लड़ने की छूट दी गई और सेना ने अपनी बहादुरी दिखाई..!!

ऑपरेशन सिंदूर की सफलता को लेकर देशभर में तिरंगा यात्रा निकाली जा रही है। गुरुवार 15 मई को भोपाल में भी रोशनपुरा चौक पर तिरंगा यात्रा निकाली गई, जिसमें मुख्यमंत्री मोहन यादव के साथ सभी धर्मों के धर्मगुरु, पूर्व सैनिक, वरिष्ठ नागरिक, सामाजिक संगठन, उद्योगपति, युवा, महिलाएं और बच्चे शामिल हुए। भोपाल में तिरंगा यात्रा रोशनपुरा चौक से शास्त्री प्रतिमा चौक तक निकाली गई। यात्रा में मुख्यमंत्री करीब डेढ़ किलोमीटर तक जनता के साथ पैदल भी चले।

सीएम डॉ. मोहन यादव ने कहा, "यह नया भारत है, चुप नहीं बैठेगा। अगर आप हमें उकसाओगे तो हम आपको छोड़ेंगे नहीं। ऑपरेशन सिंदूर में आपने देखा कि किस तरह सेना को देश के दुश्मनों से लड़ने की छूट दी गई और सेना ने अपनी बहादुरी दिखाई। पाकिस्तान की मिसाइलों को हमारी सेना ने दिवाली के पटाखों की तरह वापस फेंक दिया। यह हमारी सेना की अद्भुत बहादुरी है।

दुनिया ने रणनीतिक कौशल भी देखा कि कैसे देश की बेटियों ने सिंदूर का बदला लिया। ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के कारण आज पूरा देश जश्न में डूबा हुआ है। हम तिरंगा यात्रा के माध्यम से यह संदेश देना चाहते हैं कि मध्य प्रदेश सरकार केंद्र सरकार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है।

मुख्यमंत्री से जब कर्नल सोफिया को लेकर दिए गए विवादित बयान के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, "न्यायपालिका ने जो भी आदेश दिया है, हमारी सरकार ने उसका विधिवत पालन किया है। और भविष्य में भी जो भी होगा अदालत कहती है, हम उसका पालन करेंगे।'' 

जब मुख्यमंत्री से पूछा गया कि क्या कांग्रेस मंत्री शाह के इस्तीफे की मांग कर रही है, तो उन्होंने कहा कि कांग्रेस मांग करती रहेगी। कांग्रेस को सिद्धारमैया के इस्तीफे की मांग करनी चाहिए। उनके मुख्यमंत्री रहने के दौरान सभी कांग्रेसी मुख्यमंत्रियों पर मुकदमे चल रहे थे। कांग्रेस सिर्फ बात कर सकती है। कांग्रेस ने केजरीवाल के साथ चुनाव लड़ा था, वे मुख्यमंत्री रहते जेल गए। मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस जिस तरह बोल रही है, उसे बोलने का कोई अधिकार नहीं है। कांग्रेस जितनी बेशर्मी की हद किसी ने नहीं लांघी है।

तिरंगा यात्रा में शामिल होने के लिए शहर के सभी धर्मगुरुओं के साथ समाज के सभी वर्गों के लोग मौजूद थे। इस दौरान लोगों और पुलिस के बीच धक्का-मुक्की भी हुई। हालांकि, तिरंगा यात्रा के दौरान पर्याप्त पुलिस बल तैनात था, जिसके कारण कोई बड़ी घटना नहीं हुई। यहां, तिरंगा यात्रा शाम 5 बजे से होनी थी, बाद में इसे शाम 5.40 बजे कर दिया गया। 

लेकिन मुख्यमंत्री शाम 6.30 बजे के बाद वहां पहुंचे। रात करीब आठ बजे तिरंगा यात्रा समाप्त हुई, ऐसे में रोशनपुरा चौराहे के आसपास की सड़कों पर एंट्री बैन रही।