स्टोरी हाइलाइट्स
मेरी मांग को बगावत के रूप में क्यों लिया जाता है: भाजपा विधायक नारायण त्रिपाठी ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखकर कहा है कि मेरे .....
मेरी मांग को बगावत के रूप में क्यों लिया जाता है
गणेश पाण्डेय
भोपाल. भाजपा विधायक नारायण त्रिपाठी ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखकर कहा है कि मेरे आग्रह, मेरी सलाह और मेरी मांग को बगावत के रूप में क्यों देखा जा रहा है. भाजपा का सामान्य कार्यकर्ता के नाते मैं वास्तविकता से आपको अवगत कराने के लिए पत्र लिखे.
त्रिपाठी ने मुख्यमंत्री को संबोधित अपने पत्र में कहा है कि इस कोरोना का इलाज निजी अस्पतालों में अत्यंत महंगा होने के कारण लोग मजबूरी में घर में या आस पास के अस्पताल में रहकर उपचार कराने को विवश है. और तो और लोग आत्महत्या करने को मजबूर होने लगे हैं.
रोज हम लोग अपनों को खो रहे हैं. निजी अस्पतालों में जो लोग सक्षम हैं, भर्ती होकर इलाज करा रहे हैं, उनके बिल लाखों में बन रहे हैं. शासन द्वारा निर्धारित दारू का कहीं पालन नहीं हो रहा है. चारों तरफ निजी अस्पतालों द्वारा निर्धारित दरों से 4-5 गुना तक अधिक राशि वसूल की जा रही है.
त्रिपाठी ने एक बार फिर मुख्यमंत्री को अवगत कराया है कि कोरोना निजी एंबुलेंस मालिकों द्वारा भी मनमाना किराया वसूल किया जा रहा है. सतना-रीवा से भोपाल तक का किराया 60000 से ₹70000 वसूल किया जा रहा है. मेरा आग्रह है कि संचालकों द्वारा अधिक दरों की वसूली पर तत्काल रोक लगाएं