इंदौर में बेकाबू ट्रक ने राहगीरों को रौंदा, 3 लोगों की मौत.. घायलों से मिले CM


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स्टोरी हाइलाइट्स

सोमवार 15 सितम्बर की शाम इंदौर के एयरपोर्ट रोड पर एक बेकाबू ट्रक ने कई राहगीरों को कुचल दिया, जिसमें 4 से 5 लोगों की मौत की खबर है..!!

इंदौर के एयरपोर्ट रोड पर सोमवार शाम 15 सितम्बर को एक बड़ा सड़क हादसा हो गया। यहां एक बेकाबू ट्रक ने कई राहगीरों को कुचल दिया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, ट्रक की तेज़ रफ़्तार ने कई लोगों को रौंद डाला, जिसमें 4 से 5 लोगों की मौत हो गई। हादसे के बाद घटनास्थल पर अफरा-तफरी मच गई। तुरंत ही घायलों को पास के अस्पताल ले जाया गया।

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इंदौर में सोमवार को हुई ट्रक दुर्घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया है। सीएम डॉ. यादव ने इस दुर्घटना में घायल लोगों के समुचित उपचार के निर्देश दिए हैं। अपर मुख्य सचिव गृह को इस घटना की विस्तृत जानकारी प्राप्त करने के लिए इंदौर जाने के निर्देश दिए गए हैं। 

सीएम यादव स्वयं मंगलवार 16 सितम्बर को दोपहर में इंदौर पहुँचे। वे सीधे घायलों से मिलने अस्पताल पहुँचे। इससे पहले, उन्होंने एयरपोर्ट पर मीडिया से बातचीत में कहा कि यह घटना दुखद है। मैंने एसीएस को भी जाँच के लिए भेजा है। मैं इस दुखद हादसे से दुखी हूँ। मैं बाबा महाकाल से प्रार्थना करता हूँ कि इस घटना में मारे गए लोगों को अपने श्रीचरणों में स्थान दें। लेकिन हम इसमें जो भी दोषी हैं, उनके खिलाफ कार्रवाई का प्रयास करेंगे। हम ऐसी व्यवस्था करेंगे कि भविष्य में ऐसी घटना न हो।

सीएम स्वयं ट्रक दुर्घटना के कारण घायल नागरिकों की दी गई राहत और पुनर्वास कार्यों का निरीक्षण कर रहे हैं। रात्रि 11 बजे से पहले शहर में भारी वाहनों के प्रवेश के कारणों की प्रारंभिक तथ्यपरक जांच के निर्देश भी दिए गए हैं। सीएम डॉ. यादव ने कहा कि वे इंदौर के प्रशासन के सतत संपर्क में हैं। किसी भी नागरिक के उपचार में कोई कमी नहीं रखी जाएगी और राज्य शासन द्वारा पूरी सहायता की जाएगी।

भोपाल से मुख्यमंत्री ने अपर मुख्य सचिव शिवशेखर शुक्ला के साथ एक प्रशासनिक और पुलिस अधिकारी दल को इंदौर के एरोड्रम थाने भेजा है। सीएम के आदेश पर यह दल ट्रक हादसे की जाँच करेगा। वे यह भी देखेंगे कि ट्रक नो-एंट्री क्षेत्र में कैसे घुसा, जिससे यह हादसा हुआ। माना जा रहा है कि कुछ लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी, क्योंकि मुख्यमंत्री इस घटना से बेहद नाराज़ हैं। एसीएस गृह शिवशेखर शुक्ला अपनी जाँच रिपोर्ट सीधे मुख्यमंत्री को सौंपेंगे।

इस घटना में एक निजी कॉलेज के प्रोफेसर 50 वर्षीय लक्ष्मीकांत सोनी की मौके पर ही मौत हो गई। आईडीए की संपत्ति शाखा में वरिष्ठ सहायक कैलाश चंद्र जोशी (62 वर्ष) की भी इसी घटना में मौत हो गई। उनके शव की पहचान में घंटों लग गए। ट्रक की चपेट में आने से वे पूरी तरह जल गए थे।

घटना के बाद 12 लोग अभी भी अस्पताल में भर्ती हैं। ये घायल वर्मा यूनियन, बांठिया, भंडारी, अरबिंदो और गीतांजलि अस्पताल में भर्ती हैं। घायलों के नाम संदीप बिजवा, अनिल नामदेव, कुमारी दीक्षा, संस्कृति वर्मा, रजनी खटवास, पलक जोशी, अनिल कोठारी, अशोक गोपालानी, काजल गोपालानी, संविद दुदानी और अंकिता दुदानी हैं।

वायरलेस चौराहे पर तैनात ट्रैफिक कांस्टेबल ने बताया कि जब वह ड्यूटी पर थे, तभी उन्होंने एक ट्रक को तेज गति से आते और लोगों को टक्कर मारते देखा। उन्होंने शोर मचाया और उसे रोकने की कोशिश की, लेकिन वह नहीं रुका। वह पूरी तरह नशे में लग रहा था, उसने सड़क से एक पत्थर उठाकर उस पर दे मारा, जिससे ब्रेक लग गया। ट्रक रुकते ही वह केबिन में चढ़ गया, चाबी निकाली और ड्राइवर को पकड़ लिया।

प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि विद्या पैलेस से गुज़रते हुए ट्रक ने पहले एक महिला को कुचला और आगे बढ़ गया। इसके बाद ट्रक ने लाइन में खड़े कई लोगों को कुचल दिया। इधर, हादसे के दौरान ट्रक में आग भी लग गई। इससे पहले खबर आई थी कि गुस्साए लोगों ने ट्रक में आग लगा दी। लेकिन प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि ट्रक में एक बाइक फंसी हुई थी। ट्रक बाइक को रगड़ता रहा, जिससे उसमें विस्फोट हो गया और ट्रक में आग लग गई। पुलिस और प्रशासन की टीमें भी मौके पर पहुँची।

घटना के बाद कई लोग सड़क पर पड़े देखे गए, जबकि अन्य घायलों को रिक्शा की मदद से अस्पताल ले जाया गया। हादसे की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुँची और स्थिति को नियंत्रित करने के लिए आवश्यक कार्रवाई शुरू कर दी। मामले की जाँच जारी है।

हादसे में कई लोग घायल हुए हैं, जिन्हें अस्पताल ले जाया गया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, ट्रक ने एक महिला समेत कई लोगों को कुचल दिया। हादसे में मरने वालों की संख्या और बढ़ सकती है, क्योंकि कुछ लोगों की हालत गंभीर बताई जा रही। घटना के बाद इलाके में तनाव बढ़ गया और पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए अतिरिक्त बल तैनात किया। स्थानीय निवासियों ने ऐसी घटनाओं पर चिंता व्यक्त की है और सुरक्षा उपायों की मांग की है।