मध्य प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में हेल्थकेयर सिस्टम एक बार फिर सवालों के घेरे में आ गया है। इंदौर के MY हॉस्पिटल के बाद, जबलपुर के विक्टोरिया डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल के ICU वार्ड से चूहों का एक वीडियो सामने आया है। वायरल वीडियो में साफ दिख रहा है कि गंभीर रूप से बीमार मरीज़ों के इलाज के लिए बने ICU में चूहे खुलेआम घूम रहे हैं और मरीज़ों के बेड पर भी चढ़ रहे हैं। रविवार 14 दिसंबर देर रात का यह वीडियो हॉस्पिटल एडमिनिस्ट्रेशन की साफ-सफाई और सिक्योरिटी पर गंभीर सवाल खड़े करता है।
ICU जैसे सेंसिटिव वार्ड में, जहाँ मरीज़ ज़िंदगी और मौत के बीच जूझ रहे हैं, चूहों का होना न सिर्फ़ लापरवाही मानी जा रही है, बल्कि मरीज़ों की जान के लिए भी बड़ा खतरा है। इस वीडियो के सामने आने के बाद मरीज़ों के घरवाले घबरा गए हैं, और लोग यह भी सवाल उठा रहे हैं कि सरकारी अस्पतालों में इसके लिए कौन ज़िम्मेदार है।
वायरल वीडियो में साफ़ दिख रहा है कि एक मरीज़ ICU बेड पर लेटा हुआ है, जिसके आस-पास चूहे घूमते दिख रहे हैं। कुछ बेड के नीचे रेंगते दिख रहे हैं, तो कुछ सीधे बेड पर चढ़ते दिख रहे हैं। मरीज़ की हालत गंभीर बताई जा रही है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, ICU में भर्ती मरीज़ या उसके घरवाले ने वीडियो रिकॉर्ड किया। इसके बाद यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। वीडियो सामने आते ही हॉस्पिटल मैनेजमेंट के काम करने के तरीके पर सवाल उठने लगे हैं। लोगों का कहना है कि अगर ICU का यह हाल है, तो जनरल वार्ड की हालत का अंदाज़ा लगाया जा सकता है।
जबलपुर के सरकारी अस्पतालों पर लोकल MP, मंत्री, MLA और दूसरे जनप्रतिनिधियों का ध्यान नहीं जा रहा है। इस तरह से चूदे दिकने के बाद से ICU में भर्ती मरीज़ों के परिजन बहुत डरे हुए हैं। उनका कहना है कि मरीज़ों को गंभीर हालत में अस्पताल लाया जाता है, लेकिन यहां उन्हें इलाज के साथ-साथ इंफेक्शन का भी खतरा रहता है।
यह वीडियो समाजवादी पार्टी के प्रदेश सचिव आशीष मिश्रा ने सोशल मीडिया पर शेयर किया। उन्होंने अस्पताल प्रशासन पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाया और जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। आशीष मिश्रा ने कहा कि ICU जैसे संवेदनशील वार्ड में चूहों का खुला घूमना बेहद चिंताजनक है। यह मरीज़ों की जान के लिए सीधा खतरा है।
यह पहली बार नहीं है जब मध्य प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में चूहों ने खतरा पैदा किया हो। इससे पहले भी कई घटनाओं ने हेल्थकेयर सिस्टम की कमियों को उजागर किया है। कुछ महीने पहले इंदौर के MY अस्पताल में चूहों द्वारा नवजात बच्चों को काटने से मौत की घटना सामने आई थी। उस समय पूरा राज्य सदमे में था। इसके अलावा, जबलपुर मेडिकल कॉलेज में भर्ती मरीज़ों को चूहों द्वारा काटने की घटनाएं भी सामने आई हैं। हालांकि, स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ है।
जबलपुर डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल के चीफ मेडिकल ऑफिसर डॉ. नवीन कोठारी ने मामले पर सफाई दी। उन्होंने कहा कि ICU वार्ड के पास एक पुराना किचन हाल ही में गिराया गया था। किचन के पीछे एक पुरानी पाइपलाइन थी, जो शायद चूहों के पनपने की जगह थी। उन्होंने कहा कि जब पुरानी बिल्डिंग गिराई गई, तो चूहे आस-पास के इलाकों में भाग गए और शायद ICU तक पहुंच गए।
CMO ने कहा कि हॉस्पिटल में 27 नवंबर, 2025 को पेस्ट कंट्रोल किया गया था। इसके बावजूद चूहों का होना एक गंभीर मुद्दा है। उन्होंने कहा कि अब चूहों को पकड़ने और रोकने के लिए और कदम उठाए जाएंगे।
पुराण डेस्क