पूर्व विधायक और मंत्री रामनिवास रावत को बुधवार को सुप्रीम कोर्ट से बड़ी राहत मिली। सुप्रीम कोर्ट ने विजयपुर उपचुनाव में जीते कांग्रेस विधायक मुकेश मल्होत्रा को उपचुनाव में झूठा हलफनामा देने पर फटकार लगाई है। इससे बीजेपी खेमे में खुशी की लहर दौड़ गई।
छह बार विधायक और तीन बार मंत्री रहे रामनिवास रावत ने विजयपुर से कांग्रेस विधायक मुकेश मल्होत्रा के खिलाफ उपचुनाव में झूठा हलफनामा देने का आरोप लगाते हुए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी। अब कोर्ट ने मुकेश मल्होत्रा को फटकार लगाई है।
रिपोर्ट के अनुसार, पूर्व वन मंत्री रामनिवास रावत की याचिका पर सुनवाई के बाद, सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस विक्रम नाथ और संदीप मेहता की खंडपीठ ने विजयपुर विधानसभा उपचुनाव जीतने वाले मौजूदा विधायक मुकेश मल्होत्रा को चुनाव में झूठा हलफनामा देने पर फटकार लगाई।
गौरतलब है कि श्योपुर जिले के विजयपुर विधानसभा क्षेत्र के उपचुनाव में पूर्व मंत्री रामनिवास रावत चुनाव हार गए थे, जबकि उनके प्रतिद्वंदी कांग्रेस प्रत्याशी मुकेश मल्होत्रा जीत गए थे। इसके कारण रामनिवास रावत को भारी शर्मिंदगी का सामना करना पड़ा था और नतीजों से पहले ही मंत्री बने रामनिवास रावत को मंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था।
रामनिवास राउत द्वारा सुप्रीम कोर्ट में दायर मूल याचिका पर ग्वालियर हाईकोर्ट में सुनवाई चल रही है। कांग्रेस विधायक मुकेश मल्होत्रा ने इस याचिका को खारिज करने के लिए याचिका दायर की थी, जिसे एमपी हाईकोर्ट ने खारिज कर दिया था।
पूर्व मंत्री रामनिवास रावत ने विजयपुर विधायक पर जनता को गुमराह करने का गंभीर आरोप लगाया था। इसकी जानकारी मिलते ही कांग्रेस विधायक भी हाईकोर्ट पहुँचे और रामनिवास रावत की याचिका खारिज करने की माँग की, लेकिन ग्वालियर हाईकोर्ट ने उनकी याचिका खारिज कर दी, जिसके बाद कांग्रेस विधायक सुप्रीम कोर्ट गए, जहाँ उन्हें निराशा हाथ लगी।
गौरतलब है कि पूर्व मंत्री रामनिवास रावत को बड़ी राहत मिली है। इस खबर से भाजपा खेमे में खुशी की लहर दौड़ गई है, जबकि कांग्रेस में मायूसी छा गई है। पूर्व मंत्री ने हाईकोर्ट में दायर अपनी याचिका में मांग की थी कि उपचुनाव में झूठा हलफनामा देने के आरोप में उनके खिलाफ मामला दर्ज किया जाए, क्योंकि उन्होंने 6 गंभीर अपराधों में दर्ज मामलों को छिपाने की कोशिश की थी।
कांग्रेस विधायक की ओर से वकील विवेक तन्खा बहस कर रहे थे। वहीं, पूर्व मंत्री की ओर से बहस कर रहे वरिष्ठ वकील नीरज किशन कौल और निपुण सक्सेना सुप्रीम कोर्ट को यह समझाने में कामयाब रहे कि विजयपुर उपचुनाव में मौजूदा कांग्रेस विधायक द्वारा झूठा हलफनामा दिया गया था।
सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में अपने फैसले में कहा है कि विजयपुर उपचुनाव में झूठा हलफनामा देने के मामले में पूर्व मंत्री रामनिवास रावत द्वारा ग्वालियर हाईकोर्ट में दायर याचिका के खिलाफ विधायक मुकेश मल्होत्रा द्वारा दायर याचिका को हाईकोर्ट द्वारा खारिज करने का फैसला सही है। मामला अभी लंबित है और सुनवाई जारी है।