बिहार: राजद नेता अवध बिहारी चौधरी के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव राज्य विधानसभा में पारित, फ्लोर टेस्ट पर चर्चा जारी


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स्टोरी हाइलाइट्स

125 सदस्यों ने प्रस्ताव के पक्ष में मतदान किया और 112 सदस्यों ने इसके खिलाफ मतदान किया..!!

पटना: बिहार विधानसभा अध्यक्ष और राजद नेता अवध बिहारी चौधरी को हटाने का प्रस्ताव राज्य विधानसभा में पेश किया गया। चौधरी के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव राज्य विधानसभा में पारित हो गया है। 125 सदस्यों ने प्रस्ताव के पक्ष में मतदान किया और 112 सदस्यों ने इसके खिलाफ मतदान किया।

बहुमत साबित करने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सरकार का फ्लोर टेस्ट सोमवार होने जा रहा है। इससे पहले विधानसभा इस पर चर्चा जारी है। विधायक चेतन आनंद, नीलम देवी और प्रह्लाद यादव पटना में बिहार विधानसभा में सरकार की तरफ से बैठे।     

तेजस्वी यादव ने कहा, ''मतदान खत्म होने तक विधायक अपनी-अपनी सीटों पर बैठे रहें, नहीं तो वोटिंग अवैध मानी जाएगी।''

NDA के फ्लोर टेस्ट पर चर्चा के दौरान बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और राजद नेता तेजस्वी यादव ने कहा, “सबसे पहले हम मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को धन्यवाद देना चाहते हैं कि लगातार 9 बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेकर इतिहास रच दिया। 9 बार तो शपथ ली ही लेकिन एक ही टर्म में उन्होंने तीन-तीन बार शपथ ली है। हमने ऐसा अद्भुत नजारा पहले कभी नहीं देखा।”

बिहार फ्लोर टेस्ट पर तेजस्वी आगे ने कहा, "...आपने(नीतीश कुमार) कहा था कि हम लोगों का एक ही लक्ष्य है कि ना प्रधानमंत्री बनना है, ना मुख्यमंत्री बनना है। देशभर के विपक्षों को गोलबंद करके जो तानाशाह है उसे दोबारा नहीं आने देना है... जब आप गवर्नर हाउस से बाहर आए, तो आपने(नीतीश कुमार) कहा 'मन नहीं लग रहा था। मन नहीं लग रहा था तो हम लोग नाचने गाने के लिए थोड़ी हैं... जो काम आप बोलते थे असंभव है उसे हम लोगों ने मुमकिन करके दिखाने का काम किया..."

राजद नेता तेजस्वी यादव ने कहा, "मुख्यमंत्री हमारे लिए आदरणीय थे, हैं और हमेशा रहेंगे... कई बार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हमें बोलते रहे की तुम हमारे बेटे की तरह हो... हम भी नीतीश कुमार को राजा दशरथ की तरह ही पिता मानते हैं... इनकी मजबूरी रही होगी जैसे राजा दशरथ की रही थी कि भगवान राम को वनवास भेज दिया गया। हालांकि हम इसे वनवास नहीं मानते हैं। हमें तो इन्होंने(नीतीश कुमार) जनता के बीच भेजा है, उनके सुख और दुख का भागीदार बनने के लिए।"

तेजस्वी यादव ने कहा, "कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न मिला, बहुत खुशी की बात है। कर्पूरी ठाकुर और मेरे पिता(लालू यादव) के साथ आप(नीतीश कुमार) काम कर चुके हैं... आपको तो ये पता था कि जब कर्पूरी ठाकुर ने आरक्षण बढ़ा दिया तो जनसंघ वालों ने ही कर्पूरी ठाकुर को मुख्यमंत्री पद से हटाया... आप कर्पूरी ठाकुर का नाम लेते हैं, फिर भी आप कहां बैठ गए... वही भाजपा और जनसंघ वाले कहते थे कि आरक्षण कहां से आएगा?..."