हाल ही में मध्य प्रदेश के छतरपुर में भड़की हिंसा और उपद्रवियों के घर पर बुलडोजर कार्रवाई को लेकर अब सियासी दांव-पेंच लगाए जाने लगे हैं। मोहन सरकार की कार्रवाई के बाद सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एमपी के सीएम मोहन यादव टॉप ट्रेंडिंग में हैं।
सीएम के एक्शन को लेकर सोशल मीडिया पर कई यूजर्स सीएम मोहन की जमकर तारीफ कर रहे हैं, तो कई यूजर्स सीएम से नाराज़ भी नज़र आ रहे हैं।
दरअसल छतरपुर में थाने पर पथराव की घटना के बाद कांग्रेस नेता हाजी शहजाद का घर जमींदोज कर दिया गया। अब सोशल मीडिया पर इसे लेकर विवाद बढ़ता ही जा रहा है।
कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद ने सीएम मोहन यादव को पत्र लिखकर विरोध जताया है, आरिफ मसूद का कहना है, कि बिना सूचना दिए मकान और गाड़ियां तोड़ने वाले अधिकारियों पर भी कार्रवाई की जानी चाहिए।
तो वहीं
राज्यसभा सांसद इमरान प्रतापगढ़ी ने विरोध जताते हुए लिखा है,
क्या ये न्याय है ? छतरपुर मध्य प्रदेश में प्रशासन ने हाजी शहज़ाद का सिर्फ घर नहीं तोड़ा बल्कि घर में खड़ी गाड़ियॉं भी बुलडोज़ कर दीं। @narendramodi जी क्या आपकी सरकारें संविधान से चल रही हैं ? क्या आपके मुख्यमंत्री आपके सबका साथ - सबका विकास के नारे को बुलडोज़र के नीचे नहीं कुचल रहे हैं ?
आज़ाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश की नगीना लोकसभा सीट से सांसद चंद्र शेखर आज़ाद का कहना है, कि
मध्य प्रदेश के छतरपुर में मुख्यमंत्री @DrMohanYadav51 जी के इशारे पर हाजी शहज़ाद के घर को बुल्डोजर से ध्वस्त कर उस शपथ को भी ध्वस्त (बुल्डोज) कर दिया हैं जो उन्होने मुख्यमंत्री का पदभार ग्रहण करते समय ली थी क्योंकि जिस तरह घर की एक-एक ईंट को नष्ट किया गया है उसी तरह शपथ का एक-एक शब्द भी नष्ट हुआ हैं।
ऐसा लगता है सरकार ही न्यायपालिका हो गई है, मैं माननीय @indSupremeCourt से निवेदन करता हूं कि स्वत: संज्ञान ले, विधि से हटकर होने वाली "बुल्डोजर की कार्यवाहियों" पर रोक लगाएं।
@Moarif0926 नाम के यूजर ने लिखा है, कि जब सारे फैसले बुलडोजर से ही होने है तो अदालतों पर तले लगा देना चाहिए ऐसे मामले दिन-ब-दिन बढ़ते जा रहे हैं। मोहन यादव जैसे लोग खुद को कानून से ऊपर समझ कर देश को गृह युद्ध की तरफ धकेल रहे तो ऐसे में #सुप्रीम_कोर्ट का स्वत संज्ञान लेना बहुत जरूरी हो जाता है।
तो वहीं
यादव सुन के अखिलेश समझे थे क्या ? अखिलेश नहीं मोहन है मैं, MP में कानून का राज चलेगा। जैसे जुमले भी सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहे हैं।
वहीं मामले को लेकर सीएम मोहन यादव का कहना है, कि कानून का कोई ल्लंघन करेगा तो कानून अपना रास्ता बनाएगा।
आपको बता दें, छतरपुर के कोतवाली थाने में पथराव के मामले में पुलिस आरोपियों की धरपकड़ में जुटी है। पुलिस अधीक्षक अगम जैन के मुताबिक, पुलिस ने मामले में अब तक करीब 150 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। इनमें से 46 नामजद हैं और बाकी अन्य 20 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस अब तक 70 से ज्यादा लोगों से पूछताछ कर चुकी है।
आपको बता दें गुरुवार 22 अगस्त को भारी पुलिस बल और राजस्व अमले की मौजूदगी में नवा मोहल्ले में कांग्रेस नेता और पूर्व सदर हाजी शहजाद अली के घर को तोड़ दिया गया। वहां खड़ी गाड़ियों में भी तोड़फोड़ की गई। तीन महंगी लग्जरी गाड़ियों को बुलडोजर और पोकलेन मशीन से कुचल दिया गया।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, हाजी की हवेली 20 हजार वर्ग फीट में बनी। जिसकी कीमत करीब 20 करोड़ रुपये है। मामले में शहजाद अली मुख्य आरोपी है। शहजाद अली की कोठी पर हुई इस कार्रवाई को लेकर कांग्रेस नेताओं का रिएक्शन सामने आ रहा है। मामले को लेकर बवाल बढ़ता ही जा रहा है।