उत्तराखंड में केदारनाथ धाम के कपाट 2 मई को खोल दिए गए हैं. जिसके बाद से लोग बड़ी संख्या में बाबा केदार के दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं। लेकिन इस बीच केदारनाथ धाम में एक बड़ा हादसा टल गया है। यहां शनिवार 17 मई की सुबह एक हेलीकॉप्टर क्रैश होने से बाल-बाल बचा। लेकिन पायलट की सूझबूझ से हेलीकॉप्टर की सुरक्षित लैंडिंग की गई। जिससे हेलीकॉप्टर में सवार सभी लोगों की जान बच गई। हादसे का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल है।
दरअसल, इस हेलीकॉप्टर का इस्तेमाल एयर एंबुलेंस के तौर पर किया जा रहा था। हेलीकॉप्टर ऋषिकेश का बताया जा रहा है। जब हेलीकॉप्टर केदारनाथ धाम पहुंचा और हेलीपैड पर लैंडिंग की प्रक्रिया शुरू की, इसी दौरान हेलीकॉप्टर में तकनीकी खराबी आ गई। जिसके चलते हेलीकॉप्टर लैंड नहीं कर सका। इस दौरान पायलट अपनी सूझबूझ का परिचय देते हुए किसी तरह हेलीकॉप्टर को लैंड करने में कामयाब रहा। हालांकि, हेलीकॉप्टर हेलीपैड पर लैंड नहीं कर सका। यह पहाड़ के एक हिस्से पर जाकर गिरा। जिससे हेलीकॉप्टर का पिछला हिस्सा भी टूट गया।
बताया जा रहा है कि इस हेलीकॉप्टर से मेडिकल स्टाफ को केदारनाथ धाम लाया जा रहा था। इस हेलीकॉप्टर हादसे में मेडिकल स्टाफ की जान बच गई। पायलट ने हेलीकॉप्टर में सवार सभी लोगों की जान बचाई। मालूम हो कि केदारनाथ धाम पहले भी हेलीकॉप्टर हादसों का शिकार हो चुका है। ऐसे में लोगों की जान लगातार खतरे में बनी हुई है।
अब दिवाली तक केदारनाथ के कपाट दर्शन के लिए खुले रहेंगे। ऐसे में शिव भक्त अगले 6 महीने तक दर्शन कर सकेंगे। वहीं, अगर जून से अगस्त तक मौसम ठीक रहा तो इस बार 25 लाख से ज्यादा लोगों के केदारनाथ धाम पहुंचने की उम्मीद है। आपको बता दें कि केदारनाथ धाम के साथ ही गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट भी खुल गए हैं। चारधाम यात्रा 30 अप्रैल को अक्षय तृतीया से शुरू हो चुकी है। वहीं, बद्रीनाथ धाम के कपाट 4 मई को सुबह 6 बजे खोले गए।