टाइगर फोर्स की गिरफ्त में अंतर्राष्ट्रीय बाघ तस्कर आदिन सिंह


स्टोरी हाइलाइट्स

कार्यवाही से बचने के लिए कल्ला बावरिया मध्यप्रदेश के विदिशा-सागर जिले में डेरा लगा कर रह रहा था..!!

भोपाल: एमपी स्टेट टाइगर स्ट्राइक फोर्स ने वन्यजीव अपराध नियंत्रण ब्यूरो भारत सरकार नई दिल्ली से प्राप्त इंटेलिजेन्स इनपुट के आधार पर विदिशा-सागर राजमार्ग में ग्यारसपुर के पास घेराबंदी कर कुख्यात अंतर्राष्ट्रीय बाघ शिकारी एवं तस्कर आदिन सिंह उर्फ कल्ला बावरिया को पकड़ा है।

भारत सरकार द्वारा बाघों के शिकार पर जारी अलर्ट पर कार्यवाही करते हुये देश के अलग-अलग प्रदेशों के वन विभाग / पुलिस विभाग तमिलनाडू, महाराष्ट्र असम, मेघालय में बाघ की खाल व हड्डियों की भारी मात्रा में जप्ती की गई है तथा उसके शिकार एवं तस्करी में लिप्त उत्तर भारत निवासी विशेष शिकारी गिरोह (बावरिया) के कई सदस्यों को गिरफ्तार किया गया।
उक्त कार्यवाही से बचने के लिए कल्ला बावरिया मध्यप्रदेश के विदिशा-सागर जिले में डेरा लगा कर रह रहा था। 

कल्ला बावरिया के विरूद्ध देश में के कई राज्यों में तथा पडोसी राष्ट्र नेपाल में भी बाघ के शिकार एवं उसके अवयवों की तस्करी के प्रकरण दर्ज है। कल्ला बावरिया की विगत कई वर्षो से कई राज्यों की पुलिस, वन विभाग एवं नेपाल सेन्ट्रल इन्वेटिगेशन ब्यूरो (सीआईबी) तलाश रही थी। 

उक्त कार्यवाही से न केवल मध्यप्रदेश राज्य, अपितु संपूर्ण भारत वर्ष में बाघों के संरक्षण एवं सुरक्षा सुनिश्चित हो सकेगी तथा बाघ की तस्करी में संलिप्त संगठित अपराध को रोकने की दिशा मे अहम कड़ी सबित होगी। कल्ला बावरिया को विशेष न्यायालय नर्मदापुरम में फॉरेस्ट कस्टेडी रिमांड हेतु प्रस्तुत किया गया। कल्ला बावरिया गिरोह के अन्य सदस्यों तथा अपराधों के संबंध में अन्य राज्यो तथा पडोसी राष्ट्र से संपर्क कर जानकारी एकत्रित की जा रही है। प्रकरण में विवेचना जारी है।