71वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार समारोह में, अभिनेता मोहनलाल को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने दादा साहब फाल्के पुरस्कार प्रदान किया। पुरस्कार ग्रहण करने के बाद मोहनलाल अपने भाषण में भावुक हो गए। मोहनलाल को उनकी फिल्म कोयलाम के लिए नेशनल अवॉर्ड मिलने के बाद उन्होंने अपनी भावनाएँ व्यक्त कीं। उन्होंने मलयालम सिनेमा जगत के प्रति आभार व्यक्त किया।
मोहनलाल ने कहा, सिनेमा मेरी आत्मा की धड़कन है। यह पल केवल मेरा नहीं है, यह पूरे मलयालम सिनेमा का है।’
मोहनलाल ने कहा- यह एक जादुई पल है, 'जब मुझे पहली बार केंद्र से यह खबर मिली, तो मैं न केवल इस सम्मान से, बल्कि हमारी फिल्म परंपरा की आवाज़ को आगे बढ़ाने के लिए चुने जाने के सौभाग्य से भी अभिभूत था।'
मेरा मानना है कि यह नियति ही है जिसने मुझे अपने सभी लोगों से यह स्वीकार करने का अवसर दिया है। सच कहूँ तो, मैंने इस पल के बारे में कभी सपने में भी नहीं सोचा था, अपने सबसे अच्छे सपनों में भी नहीं। इसलिए, यह किसी सपने के सच होने जैसा नहीं है, बल्कि कहने से भी बड़ा है। यह एक जादुई पल है। एक ज़िम्मेदार व्यक्ति के रूप में यह मुझे गहराई से जोड़ता है। मैं इस पुरस्कार को मलयालम फ़िल्म जगत के महान लोगों के आशीर्वाद के रूप में स्वीकार कर सकता हूँ।
मोहनलाल ने दादा साहब फाल्के अवॉर्ड से सम्मानित करने के लिए राष्ट्रपति मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भी आभार व्यक्त किया।
वे कहते हैं, 'एक अभिनेता और एक फ़िल्म निर्माता के रूप में, यह उनकी प्रतिष्ठा को बढ़ाता है और मेरे संकल्प को मज़बूत करता है। उन्होंने कहा मैं इस फ़िल्म के लिए अपनी कठिनाइयों और चुनौतियों को स्वीकार करता हूँ। मैं अपनी यात्रा को नई ईमानदारी, जुनून और उद्देश्य के साथ जारी रखने का संकल्प लेता हूँ। मैं भारत सरकार, माननीय राष्ट्रपति जी, माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, सूचना एवं मीडिया मंत्रालय और माननीय निर्वाचन मंडल जी का धन्यवाद करता हूँ।'
इसके अलावा अभिनेता विक्रांत मैसी को "12वीं फेल" में उनके शानदार अभिनय के लिए सर्वश्रेष्ठ मुख्य अभिनेता का पुरस्कार मिला। दृढ़ता और दृढ़ संकल्प के उनके प्रेरक चित्रण ने लाखों लोगों को प्रभावित किया है। भारतीय सिनेमा के लिए यह एक गौरवशाली क्षण है।
71वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार में राष्ट्रपति #ने दिग्गज अभिनेता शाहरुख़ ख़ान को फ़िल्म जवान में उनके दमदार अभिनय के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का पुरस्कार प्रदान किया यह उपलब्धि उनकी फ़िल्मी यात्रा में एक और स्वर्णिम उपलब्धि के रूप में जुड़ गई।
71वें राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार | रानी मुखर्जी को 'मिसेज़ चटर्जी वर्सेस नॉर्वे' में उनकी भूमिका के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का पुरस्कार मिला।
पुराण डेस्क