लापरवाह कार्यप्रणाली को लेकर हमेशा चर्चाओं में रहने वाले जिला शिक्षा अधिकारी अंजनी कुमार त्रिपाठी एक बार फिर विवादों में हैं। इस बार अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने डीईओ की कार्यप्रणाली को लेकर कई सवाल उठाए हैं। इसके साथ ही एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने गुरूवार को इसके विरोध में जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय पहुंचकर जमकर हंगामा किया। यहां डीईओ की कुर्सी पर लापता का पोस्टर लगाते हुए कक्ष में रखी कांच की टेबल चकनाचूर कर दी। काफी देर तक कार्यकर्ता डीईओ अंजनी कुमार त्रिपाठी मुर्दाबाद के नारे लगाते रहे।
हंगामे के बाद एबीवीपी के कार्यकर्ता डीईओ दफ्तर में डीईओ को सुधरने की चेतावनी देकर चले गए। एबीवीपी जिला महानगर मंत्री प्रभाकर मिश्रा का कहना है कि डीईओ त्रिपाठी का रवैया उदासीन रहता है। डीईओ की कार्यप्रणाली में सुधार नहीं होता है, तो फिर आंदोलन किया जाएगा।
दरअसल, जिला शिक्षा अधिकारी अंजनी कुमार त्रिपाठी पर दसवीं बाहरवीं की पूरक परीक्षा में अनियमितता की जांच चल रही है। डीईओ पर दफ्तर से नदारद रहने के आरोप लगते रहते है। अधिकांश लोग डीईओ पर फोन नहीं उठाने के आरोप भी लगाते है। जिसमें एबीवीपी के कार्याकर्ता भी नाराज चल रहे है। स्कूलों व दसवीं-बारहवीं के पूरक परीक्षा को लेकर एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने कई बार डीईओ से दफ्तर में मिलने की कोशिश की और फोन पर भी संपर्क किया, लेकिन डीईओ दफ्तर में नहीं मिले। फोन पर भी उन्हें रिस्पांस नहीं मिला।
गुरुवार दोपहर में एबीवीपी के कार्यकर्ता महानगर मंत्री प्रभाकर मिश्रा की अगुवाई में डीईओ दफ्तर पहुंचे। यहां डीईओ दफ्तर से गायब थे। उनके कक्ष में ताला लगा हुआ था। दफ्तर में किसी के पास उनकी अनुपस्थिति में किसी के पास चार्ज भी नहीं था। कार्यकर्ताओं ने डीईओ से फोन पर संपर्क किया, तो लेकिन कोई जबाव नहीं मिला। इससे नाराज होकर कार्यकर्ताओं ने खूब हंगामा किया।