कांग्रेस सांसद व पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने आज इंदौर की उन तीन सीटों पर कांग्रेस की जीत की रूपरेखा बनाना शुरू की है, जहां बरसों से पार्टी हार रही है। इसमें इंदौर की 2, 4 और 5 नंबर विधानसभा सीट शामिल है। वहीं प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ आज मंदसौर जिले में हैं, खास बात यह है कि आज मंदसौर गोलीकांड की छटवीं बरसी भी है। यहां पुलिस फायरिंग में 5 किसानों की मौत हुई थी, जबकि एक किसान की मौत पुलिस कस्टडी में हुई थी।
नाथ ने पिपलिया मंडी पहुंचकर कहा कि किसान न्याय मांग रहे थे, लेकिन उन पर गोलियां चलीं। 6 साल तक जांच का नाटक चला। आज तक कोई जांच रिपोर्ट नहीं आई। किसान इनसे अब कोई न्याय की उम्मीद नहीं कर सकते है। उन्होंने कहा कि हमने मंदसौर जिले में 101000 किसानों का कर्जा माफ करके दिखाया था । मंदसौर के किसान इसके गवाह हैं। हमें भाजपा के सर्टिफिकेट की आवश्यकता नहीं।
मैंदोला - गौड की सीट निशाने पर
बताया जाता है कि दिग्विजय इंदौर में दो दिन रुककर दिग्विजय जिताऊ कैंडिडेट ढूंढ़ेंगे। खास बात यह है कि यहां चार महीने से शहर अध्यक्ष पद रिक्त है। लिहाजा पुरानी कार्यकारिणी के साथ चुनाव संबंधी तैयारियों पर चर्चा होगी। दरअसल कांग्रेस में दो नंबर में जहां निगम के नेता प्रतिपक्ष चिंटू चौकसे दावेदारी जता रहे हैं, वहीं 4 नंबर में कांग्रेस के पास कोई बड़ा नाम नहीं है।
5 नंबर विस क्षेत्र में जरूर पूर्व विधायक और पिछली बार के हारे हुए प्रत्याशी सत्यनारायण पटेल और स्वप्निल कोठारी की दावेदारी है। खास बात यह है कि दो नंबर भाजपा का गढ़ है। यह रमेश मेंदोला की सीट है और पहले यहां से कैलाश विजयवर्गीय जीतते रहे हैं। चार नंबर सीट पूर्व मंत्री लक्ष्मणसिंह गौड़ का गढ़ है, यहां से उनकी पत्नी मालिनी गौड़ विधायक हैं। तीसरी सीट महेंद्र हार्डिया की है जो पिछला चुनाव मुश्किल में जीते थे।