मध्यप्रदेश विधानसभा की 230 सीटों के लिए हुए चुनाव बाद रविवार सुबह 8 बजे से काउंटिंग शुरू हो चुकी है। शुरुआती रुझानों में BJP और कांग्रेस में बराबरी की टक्कर के बाद भाजपा ने बंपर जीत की ओर कदम बढ़ा दिए हैं। कांग्रेस अब मुकाबले से बाहर होती नज़र आ रही है।
कौन कहां से आगे-पीछे
विदिशा की सिरोंज सीट पर बीजेपी आगे
सीधी सीट से बीजेपी की रीति पाठक आगे
धौहनी से बीजेपी आगे
इन्दौर 5 सीट से बीजेपी आगे
भिंड की मेहगांव से बीजेपी आगे
बड़वानी में कांग्रेस आगे
नरसिंहपुर में बीजेपी के प्रहलाद पटेल आगे
गाडरवारा विधानसभा से बीजेपी के राव उदय प्रताप आगे
तेंदूखेड़ा विधानसभा से कांग्रेस के संजय शर्मा
खरगोन की महेश्वर सीट से विजय लक्ष्मी साधौ आगे
बड़वाह से बीजेपी के सचिन बिरला
भीकनगांव से बीजेपी आगे
कटनी की मुड़वारा से कांग्रेस के मिथलेश जैन आगे
विजयराघवगढ़ विधानसभा से बीजेपी के संजय पाठक आगे
भिंड से बीजेपी आगे
अशोकनगर से कांग्रेस आगे
मुंगावली में भाजपा आगे
चंदेरी में बीजेपी आगे
रीवा की मऊगंज सीट से बीजेपी आगे
इस बीच एक महत्वपूर्ण घटनक्रम के तहत केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया काउंटिंग के बीच मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मिलने पहुंचे हैं। मुलाकात से पहले सिंधिया ने प्रदेश में बहुमत के साथ सरकार बनाने का दावा किया है। इधर विधानसभा चुनाव के लिए जारी काउंटिंग के बीच प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जीत का दावा किया है। सीएम शिवराज ने अपने X हैंडल पर एक पोस्ट शेयर की है।
सीएम शिवराज ने लिखा है,
'भारत माता की जय, जनता जनार्दन की जय' आज मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के नतीजे आ रहे हैं और मुझे विश्वास है कि जनता के आशीर्वाद व आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के के कुशल नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी पूर्ण बहुमत के साथ फिर सरकार बनाने जा रही है। भाजपा के सभी प्रत्याशियों को हृदय से शुभकामनाएं।
230 में से 227 सीटों के लिए रुझान सामने आ रहे हैं, जिनमें 150 पर बीजेपी और 75 पर कांग्रेस आगे चल रही है।
बुधनी में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान , छिंदवाड़ा में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ आगे चल रहे हैं। राघोगढ़ से कांग्रेस के जयवर्धन सिंह आगे चल रहे हैं वहीं इंदौर 1 से कैलाश विजयवर्गीय आगे चल रहे हैं।
इस बार भी मुख्य मुकाबला भाजपा और कांग्रेस के बीच ही है। रिजल्ट के साथ ही मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के राजनीतिक करियर का फैसला भी आएगा। इस बार भाजपा ने मुख्यमंत्री पद के लिए कोई चेहरा सामने नहीं रखा है। कांग्रेस ने भी चेहरा घोषित नहीं किया, लेकिन पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ को अघोषित तौर पर चेहरा माना जा रहा है।