अब घर खरीदने का सही समय-त्योहारी सीजन भी: 10 साल में होम लोन पर सबसे कम ब्याज दर


स्टोरी हाइलाइट्स

अगर आप भी नया घर खरीदने की सोच रहे हैं तो बिना देर किए नया घर ले लें। नया घर लेने का यह सबसे अच्छा समय है। जहां होम लोन ......

एसबीआई, एचडीएफसी और कोटक महिंद्रा बैंक सबसे सस्ती दरों पर होम लोन दे रहे हैं। इन बैंकों में होम लोन की ब्याज दर 6.5-6.7% के बीच है। अगर आप भी नया घर खरीदने की सोच रहे हैं तो बिना देर किए नया घर ले लें। नया घर लेने का यह सबसे अच्छा समय है। जहां होम लोन की ब्याज दरें फिलहाल 10 साल के निचले स्तर पर चल रही हैं, वहीं बिल्डर्स भी दशहरा और दिवाली त्योहारों को देखते हुए बड़े ऑफर दे रहे हैं। साथ ही नया घर खरीदने पर तरह-तरह के तोहफे भी दिए जा रहे हैं. इन सभी कारणों से, यह त्योहारी सीजन घर खरीदने के लिए एकदम सही है। कोरोना महामारी ने अर्थव्यवस्था को धीमा कर दिया है और इसे पटरी पर लाने के लिए ब्याज दरों में काफी कमी की है। इसी वजह से होम लोन पर ब्याज दरें इस समय एक दशक के निचले स्तर पर पहुंच गई हैं। बैंक और वित्तीय संस्थान इसमें लगातार कटौती कर रहे हैं. कई साल की सुस्ती के बाद रियल एस्टेट भी फलफूल रहा है। इन्हीं सब वजहों से बिल्डर्स फेस्टिव सीजन में ग्राहकों को तरह-तरह के ऑफर्स दे रहे हैं. त्योहारी सीजन में ज्यादातर बैंकों ने ब्याज दरों में कटौती की है। इसके साथ ही और भी कई तरह के डिस्काउंट ऑफर किए जा रहे हैं. सबसे ज्यादा छूट स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, एचडीएफसी बैंक और कोटक महिंद्रा बैंक में उपलब्ध है। इन बैंकों ने ब्याज दरों में 15-60 बेसिस प्वाइंट की कटौती की है। इन बैंकों में 6.5 प्रतिशत से 6.7 प्रतिशत तक की दरों पर होम लोन उपलब्ध हैं। होम लोन सस्ता क्यों  कोरोना काल में भारतीय रिजर्व बैंक ने सुस्त पड़ी अर्थव्यवस्था को उबारने के लिए हजारों करोड़ रुपये का निवेश किया है. आरबीआई ने रेपो रेट में की कटौती इससे बैंकों को सस्ती दरों पर ब्याज मिलता था और अब बैंक भी सस्ती दरों पर ब्याज दे रहे हैं। हालांकि, कोरोना काल में बैंकों की संपत्ति की गुणवत्ता में गिरावट आई है। नतीजतन, बैंक अब केवल उन ग्राहकों को उधार देना पसंद कर रहे हैं जिनकी आय का स्रोत निर्धारित है और जो समय पर ऋण चुका सकते हैं। इससे बैंकों की संपत्ति की गुणवत्ता खराब नहीं होगी। क्या कहता है सर्वे एक सर्वे के मुताबिक, 90 फीसदी संभावित खरीदार अगले तीन महीनों में अपने लिए घर खरीदना चाहते हैं। इनमें से 80 फीसदी खरीदारों का बजट 75 लाख रुपये के दायरे में है। वहीं, डेवलपर भी बहुत कम मार्जिन के साथ बेचने को तैयार हैं और कई घर भी बेच रहे हैं। इससे रियल एस्टेट बाजार में सुधार हुआ है। वहीं, कोरोना के बाद लोग बड़े घरों को चुन रहे हैं। इससे 3बीएचके की मांग में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। बेंगलुरु, चेन्नई, हैदराबाद और दिल्ली एनसीआर में 3बीएचके अपार्टमेंट की मांग काफी बढ़ गई है।