POK में पाकिस्तानी सेना की गज़ब बेज्जती, वर्दी से लेकर हेलमेट तक, सब कुछ 10 रुपये में नीलाम


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स्टोरी हाइलाइट्स

पीओके में लोग 38 मांगों को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं..!

पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) में लोगों का गुस्सा दिन-ब-दिन बढ़ता ही जा रहा है। शुक्रवार 3 अक्टूबर को विरोध प्रदर्शन का चौथा दिन रहा। पीओके से एक हैरान कर देने वाला वीडियो भी सामने आया है जिसने पाकिस्तानी सेना के होश उड़ाकर रख दिए हैं।

पीओके के इस वीडियो में पाकिस्तानी सेना का घोर अपमान किया जा रहा है। प्रदर्शनकारी पाकिस्तानी सेना की वर्दी, हेलमेट और शील्ड सिर्फ़ 10 रुपये में बेचते नज़र आ रहे हैं। इससे साफ़ ज़ाहिर होता है कि जनता न सिर्फ़ पाकिस्तानी सरकार और सेना के ख़िलाफ़ खड़ी है, बल्कि उनका मज़ाक उड़ाने में भी शर्म महसूस नहीं कर रही है।

गौरतलब है कि हाल ही में पाकिस्तानी सेना प्रमुख असीम मुनीर की अमेरिका यात्रा के दौरान, सांसद ऐमल वली ख़ान ने उन्हें "सेल्समैन" कहकर उनका मज़ाक उड़ाया था। ऐसे समय में, POK का यह वीडियो पाकिस्तानी सेना के लिए और भी शर्मनाक साबित हो रहा है।

सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो में, सड़क किनारे एक बाड़ पर पाकिस्तानी सेना की वर्दियाँ, हेलमेट और ढालें लटकी हुई दिखाई दे रही हैं। प्रदर्शनकारी इन्हें 10 रुपये में बेचने का लालच देकर भीड़ को आकर्षित कर रहे हैं। पीछे से एक आवाज़ आती है, "इन्हें 10 रुपये में बेच दो, अब ये बेकार हैं।" पीओके के इन नज़ारों ने लोगों का सेना से प्रतिपूरी तरह मोहभंग का कर दिया है।

पीओके में लोग 38 मांगों को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। इनमें पीओके विधानसभा में पाकिस्तानी कश्मीरी शरणार्थियों के लिए आरक्षित 12 सीटों को रद्द करना और आईएसआई समर्थित मुस्लिम कॉन्फ्रेंस को आतंकवादी संगठन घोषित करना शामिल है। शाहबाज़ शरीफ की सरकार और पाकिस्तानी सेना इन प्रदर्शनों को रोकने के लिए गोलीबारी का सहारा ले रही है, लेकिन प्रदर्शनकारी पीछे हटने को तैयार नहीं हैं।

JAAC (संयुक्त कार्रवाई समिति) के नेता शौकत नवाज़ मीर ने कहा कि पिछले 70 सालों से POK के लोग अपने मौलिक अधिकारों से वंचित हैं। उन्होंने साफ़ शब्दों में कहा, "या तो हमारी माँगें पूरी करें या जनता के गुस्से का सामना करें।"

लोगों का मानना है कि यह वीडियो पाकिस्तानी सेना के लिए एक बड़ा झटका है। एक तरफ़ सेना पर गोलियाँ चलाने और दमनकारी व्यवहार करने का आरोप लग रहा है, वहीं दूसरी तरफ़ जनता उनकी वर्दी और हेलमेट का खुलेआम मज़ाक उड़ा रही है। यह सेना की विश्वसनीयता पर एक गंभीर आघात है, और इसका असर पूरे पाकिस्तान में महसूस किया जा सकता है।