PM Modi Mann Ki Baat: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'मन की बात' कार्यक्रम का आज 106 वां एपिसोड है. पीएम मोदी हर महीने के आखिरी रविवार को देश को अपने रेडियो प्रोग्राम मन की बात के जरिए संबोधित करते हैं. इसी कड़ी में आज रविवार 29 अक्टूबर को भी मन की बात रेडियो कार्यक्रम की शुरुआत हो चुकी है.
हमारा सपना है ‘आत्मनिर्भर भारत’- पीएम मोदी
सबसे पहले पीएम मोदी ने गांधी जयंती के मौके पर हुई रिकॉर्ड खादी की खरीदारी को लेकर बात की. उन्होंने बताया कि पूरे देश में त्योहारों को लेकर उमंग है. मैं देशवासियों को आने वाले त्योहारों की बधाई देना चाहता हूं. गांधी जयंती के मौके पर दिल्ली में खादी की रिकॉर्ड बिक्री हुई है. कनॉट प्लेस में एक ही खादी स्टोर से एक ही दिन में डेढ़ करोड़ रुपये से ज्यादा का सामान लोगों ने खरीदा है. खादी महोत्सव ने एक बार फिर से बिक्री के अपने सारे पुराने रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं.
उन्होंने आगे कहा, हर बार की तरह इस बार भी हमारे त्योहारों में हमारी प्राथमिकता हो 'वोकल फॉर लोकल' और हम मिलकर उस सपने को पूरा करें, हमारा सपना 'आत्मनिर्भर भारत' है. आज भारत दुनिया का बड़ा मैन्युफैक्चरिंग हब बन रहा है. कई बड़े ब्रांड यहीं पर अपने प्रोडक्ट को तैयार कर रहे हैं. अगर हम उन प्रोडक्ट को अपनाते हैं, तो मेक इन इंडिया को बढ़ावा मिलता है. ये भी लोकल फॉर वोकल ही होना है. किसी भी प्रोडक्ट को खरीदते समय यूपीआई का इस्तेमाल करें. इसे जीवन में एक आदत बना लें.
31 अक्टूबर को रखी जाएगी 'मेरा युवा भारत' संगठन की नींव-
पीएम मोदी ने बताया कि 31 अक्टूबर का दिन हम सभी के लिए बहुत विशेष होता है. इस दिन हमारे लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की जन्म-जयंती है. हम भारतवासी, उन्हें कई वजहों से याद करते हैं. उन्हें इसलिए भी नमन किया जाता है, क्योंकि उन्होंने देश की 580 से ज्यादा रियासतों को जोड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है.
उन्होंने कहा कि इसी 31 अक्टूबर को एक बहुत बड़े राष्ट्रव्यापी संगठन की नींव रखी जा रही है. इसकी नींव सरदार पटेल की जन्म जयंती के मौके पर रखी जा रही है. इस संगठन का नाम- मेरा युवा भारत यानी MY Bharat है. MY Bharat संगठन भारत के युवाओं को राष्ट्र निर्माण के विभिन्न आयोजनों में अपनी सक्रिय भूमिका निभाने का अवसर देगा.
दिल्ली में 'अमृत वाटिका' का होगा निर्माण-
पीएम मोदी बोले, मैंने पिछले दिनों देश के हर गांव से, हर घर से मिट्टी संग्रह करने का आग्रह किया था. हर घर से मिट्टी संग्रह करने के बाद उसे कलश में रखा गया और फिर अमृत कलश यात्राएं निकाली गई. देश के कोने-कोने से एकत्रित की गई ये माटी, ये हजारों अमृत कलश यात्राएं अब दिल्ली पहुंच रही हैं. दिल्ली में उस मिट्टी को एक विशाल भारत कलश में डाला जाएगा और इसी पवित्र मिट्टी से दिल्ली में 'अमृत वाटिका' का निर्माण होगा.
उन्होंने बताया कि 15 नवंबर को पूरा देश जनजातीय गौरव दिवस मनाएगा. यह विशेष दिन भगवान बिरसा मुंडा की जन्म-जयंती से जुड़ा है. भगवान बिरसा मुंडा हम सब के दिलों में बसते हैं. उन्होंने कहा, सच्चा साहस क्या है और अपनी संकल्प शक्ति पर अडिम रहना किसे कहते हैं, ये हम उनके जीवन से सीख सकते हैं. भगवान बिरसा मुंडा ने विदेशी शासन को कभी स्वीकार नहीं किया. उन्होंने ऐसे समय की परिकल्पना की थी, जहां अन्याय के लिए कोई जगह नहीं थी. वे चाहते थे कि हर व्यक्ति को सम्मान और समानता का जीवन मिले.
भारत में आदिवासी योद्धाओं का समृद्ध इतिहास रहा-
पीएम मोदी बोले, 30 अक्टूबर को गोविंद गुरु जी की पुण्यतिथि भी है. गुजरात और राजस्थान के आदिवासी और वंचित समुदायों के जीवन में गोविंद गुरु जी का बहुत महत्व रहा है. गोविंद गुरु जी को मैं अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं. नवंबर महीने में हम मानगढ़ नरसंहार की बरसी भी मनाते हैं. मैं उस नरसंहार में शहीद मां भारत की सभी संतानों को नमन करता हूं.
उन्होंने आगे बताया, भारत में आदिवासी योद्धाओं का समृद्ध इतिहास रहा है. इसी भारत भूमि पर महान तिलका मांझी ने अन्याय के खिलाफ बिगुल फूंका था. इसी धरती से सिद्धो-कान्हू ने समानता की आवाज उठाई. हमें गर्व है कि जिन योद्धा टंट्या भील ने हमारी धरती पर जन्म लिया. हम शहीद वीर नारायण सिंह को पूरी श्रद्धा के साथ याद करते हैं, जो कठिन परिस्थितियों में अपने लोगों के साथ खड़े रहे.
भारतीय खिलाड़ियों ने जबरदस्त कामयाबी हासिल की- PM
पीएम मोदी ने कहा, इस समय देश में स्पोर्ट्स का भी परचम लहरा रहा है. पिछले दिनों एशियन गेम्स के बाद पैरा एशियन गेम्स में भी भारतीय खिलाड़ियों ने जबरदस्त कामयाबी हासिल की. इन देशों में भारत ने 111 मेडल जीतकर एक नया इतिहास रच दिया. मैं पैरा एशियन गेम्स में हिस्सा लेने वाले सभी खिलाड़ियों को बहुत-बहुत बधाई देता हूं.
उन्होंने महान संत मीराबाई का भी जिक्र करते हुए आगे कहा, देश इस साल मीराबाई की 525वीं जन्मजयंती मनाएगा. वो देशभर के लोगों के लिए कई वजहों से एक प्रेरणाशक्ति रही हैं. अगर किसी को संगीत में रुचि हो तो वो संगीत के प्रति समर्पण का सबसे बड़ा उदाहरण हैं. अगर कोई दैवीय शक्ति में विश्वास रखता हो, तो मीराबाई का श्रीकृष्ण में लीन हो जाना उसके लिए एक बड़ी प्रेरणा बन सकता है.