PM मोदी की MP को बड़ी सौगात, धार में बनने वाले पीएम मित्र पार्क के पहले चरण के टेंडर जारी


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स्टोरी हाइलाइट्स

धार बनेगा टेक्सटाइल इंडस्ट्री का ग्लोबल हब, 2050 करोड़ रूपए की लागत से धार में बनने वाले पीएम मित्र पार्क के 773 करोड़ रुपए के टेंडर जारी- मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव..!!

मध्य प्रदेश के धार जिले में विकसित किए जा रहे प्रधानमंत्री मेगा इंटीग्रेटेड टेक्सटाइल रीजन एंड अपैरल (पीएम मित्र) पार्क का उद्घाटन अगस्त में होगा। इसका उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से करवाने की तैयारी चल रही है। पार्क खुलने से पहले ही 10 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा के निवेश प्रस्ताव मिल चुके हैं। धार में 2050 करोड़  रूपए से बनने वाले PM MITRA पार्क के पहले चरण के 773 करोड़ रुपए के टेंडर जारी हो गए हैं। इसके लिए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मंत्री गिरिराज सिंह का आभार जताया।

सीएम डॉ. मोहन यादव ने कहा है, कि PM MITRA पार्क मध्यप्रदेश में कपड़ा उद्योग के नए युग की शुरुआत करेगा,  जिससे हज़ारों लोगों को रोज़गार मिलेगा।" फिलहाल यहां विकास कार्य तेजी से चल रहे हैं। इस टेक्सटाइल पार्क में प्लग एंड प्ले सुविधा, सोलर प्लांट, सेंट्रलाइज्ड स्टीम बॉयलर लगाया जा रहा है। जिससे यहां उद्योग शुरू करने वाले निवेशकों को काफी सहूलियत होगी।

औद्योगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन विभाग के प्रमुख सचिव राघवेंद्र सिंह के मुताबिक पीएम मित्र पार्क को अगले दो महीने में शुरू करने की तैयारी चल रही है। गुजरात के सूरत में आयोजित एक संवाद सत्र में उन्होंने इस बारे में जानकारी दी और निवेशकों को आमंत्रित किया। अप्रैल में ही केंद्र सरकार ने धार के इस पार्क के लिए 2100 करोड़ रुपए की विकास योजना को मंजूरी दी है। इसके बाद यहां विकास कार्य तेजी से चल रहा है। अगले साल के अंत तक यहां उत्पादन शुरू होने की संभावना है। यह केंद्र सरकार द्वारा देशभर में मंजूर किए गए सात टेक्सटाइल पार्कों में से एक है। 

यह पार्क धार के भैंसोला गांव में करीब 2100 एकड़ क्षेत्र में बनाया जा रहा है। आवास सुविधा कपड़ा मंत्रालय द्वारा मंजूर विकास योजना में यहां प्लग एंड प्ले यूनिट विकसित की जाएगी। कंपनियां सभी जरूरी सुविधाएं तैयार करेंगी, वे तुरंत आकर काम शुरू कर सकेंगी। 

यहां काम करने वाले लोगों के लिए औद्योगिक पार्क परिसर में आवास की व्यवस्था की जाएगी। 20 एमएलडी का जीरो लिक्विड डिस्चार्ज प्लांट लगाया जाएगा। इससे कोई लिक्विड वेस्ट डिस्चार्ज नहीं होगा। अपशिष्ट जल को उपचारित कर वहीं इस्तेमाल किया जाएगा। सोलर पावर प्लांट भी लगाया जाएगा।