राहुल गांधी ने चुनाव आयोग पर फिर साधा निशाना, सुबह 4 बजे उठो, 36 सेकंड में 2 वोटर मिटाओ, फिर सो जाओ


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स्टोरी हाइलाइट्स

चुनाव का चौकीदार जागता रहा, चोरी देखता रहा, चोरों को बचाता रहा, ऐसे भी हुई वोट चोरी..! 

कांग्रेस सांसद और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने शुक्रवार 19 सितम्बर को एक बार फिर चुनाव आयोग पर निशाना साधा। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने एक बार फिर वोटों में हेराफेरी के मुद्दे पर सरकार और चुनाव आयोग को घेरा। चुनाव आयोग का नाम लिए बिना राहुल गांधी ने कहा कि चुनाव का चौकीदार जागता रहा, चोरी देखता रहा।

बीते दिन की अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस का 37 सेकंड का एक वीडियो शेयर करते हुए राहुल गांधी ने लिखा, “सुबह 4 बजे उठो, 36 सेकंड में दो वोटर हटाओ, फिर सो जाओ - ऐसे भी हुई वोट चोरी! चुनाव चौकीदार जागता रहा, चोरी देखता रहा और चोरों को बचाता रहा।”

आपको बता दें, कि कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने एक बार फिर वोटों में हेराफेरी के मुद्दे पर सरकार और चुनाव आयोग पर निशाना साधा है। उन्होंने गुरुवार 18 सितम्बर को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कई आरोप लगाए। राहुल ने विस्तार से बताया कि कैसे वोटों को खारिज किया गया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के वोटरों को खारिज किया जा रहा है। मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार उन लोगों को बचा रहे हैं जो भारतीय लोकतंत्र को नष्ट कर रहे हैं। उन्होंने वोटों को खारिज करने के सबूत भी पेश किए।

राहुल ने कहा कि अलंद कर्नाटक का एक निर्वाचन क्षेत्र है। किसी ने 6,018 वोट खारिज करने की कोशिश की। हमें नहीं पता कि 2023 के चुनावों में अलंद में कुल कितने वोट खारिज किए गए। यह संख्या 6,018 से कहीं ज़्यादा है, लेकिन कोई व्यक्ति उन 6,018 वोटों को खारिज करते हुए पकड़ा गया, और यह एक संयोग था।

राहुल ने कहा कि जब बूथ लेवल ऑफिसर ने देखा कि उनके चाचा का वोट खारिज कर दिया गया है, तो उन्होंने जाँच की कि उनके चाचा का वोट किसने खारिज किया था और पाया कि वोट हटाने वाला व्यक्ति उनका पड़ोसी था। उन्होंने अपने पड़ोसी से पूछा, लेकिन उसने कहा कि उसने कोई वोट नहीं हटाया था। जिस व्यक्ति ने वोट डिलीट किया या जिसका वोट डिलीट किया गया, उसे इसकी जानकारी नहीं थी। किसी और ने इस प्रक्रिया को हाईजैक कर लिया और वोट डिलीट कर दिया।

राहुल ने कहा, “हमने जाँच की और पाया कि अलंद में किसी ने केंद्रीय रूप से वोट डिलीट कर दिए थे। हमें नहीं पता कि वहाँ कितने वोट डिलीट किए गए। यह संख्या ज़्यादा भी हो सकती है। लगभग 6,000 वोट मिले। हमने पाया कि फाइलिंग स्वचालित थी। इस्तेमाल किए गए मोबाइल नंबर कर्नाटक के नहीं, बल्कि दूसरे राज्यों के थे। इसका मकसद कांग्रेस के वोटरों को डिलीट करना था।”

राहुल ने गोदाबाई का उदाहरण दिया, जिन्होंने बताया कि उनके नाम से 12 वोटर लिस्ट डिलीट कर दी गई और उन्हें इसकी जानकारी ही नहीं थी। राहुल ने कहा कि एक और उदाहरण सूर्यकांत जी का है। उन्होंने 14 मिनट में 12 वोटर लिस्ट डिलीट कर दी। जब मैंने उनसे पूछा कि उन्होंने यह कैसे किया, तो उन्होंने कहा कि उन्हें इसकी कोई जानकारी नहीं है। राहुल गांधी ने कहा कि नागराज जी ने 36 सेकंड में दो फॉर्म भर दिए। वह सुबह 4 बजे उठकर फाइल कर रहे हैं।

जब उनसे पूछा गया कि क्या वह अदालत या किसी एजेंसी का रुख करेंगे, तो कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा, “सच कहूँ तो, मैं यहाँ जो कर रहा हूँ, वह मेरा काम नहीं है। मेरा काम लोकतांत्रिक व्यवस्था में भागीदारी करना है। मेरा काम लोकतांत्रिक व्यवस्था की रक्षा करना नहीं है। यह भारत की संस्थाओं का काम है। वे ऐसा नहीं कर रही हैं, इसलिए मुझे यह करना पड़ रहा है।”

राहुल ने कहा कि हमें चुनाव आयोग के भीतर से मदद मिलनी शुरू हो गई है। "मैं यह स्पष्ट कर रहा हूँ कि अब हमें चुनाव आयोग के भीतर से जानकारी मिल रही है, और यह रुकने वाली नहीं है।"