भोपाल। मध्य प्रदेश के वन विभाग को राबिन्सन हेलीकाप्टर किराये पर लेने की मंजूरी मिल गई है। अब विभाग आगर मालवा के जंगलों से सौ नीलगाय एवं 400 काले हिरण ट्रांसलोकेट करेगा और इन्हें चीतों के प्रथम रहवास स्थल पालपुर कूनो भेजेगा।
इस हेलीकाप्टर का उपयोग आगर मालवा में हांका लगाकर उक्त वन्यप्राणियों को पकड़वाने में होगा तथा फिर सडक़ मार्ग से इन्हें कूनो ले जाया जायेगा। किराये की राशि का भुगतान वन विभाग ही करेगा। उसने हांका लगाने के लिये 50 घण्टे के किराये का आकलन किया है।
उल्लेखनीय है कि राबिन्सन हेलीकाप्टर किराये पर लेने के लिये राज्य के विमानन विभाग ने टेण्डर जारी किये थे जिसमें निजी एयरलाईन कंपनी नई दिल्ली की मेसर्स जेट सर्व एयरलाईन प्रालि का चयन किया गया।
यह कंपनी 2 लाख 84 हजार रुपये प्रति घण्टे की दर पर राबिन्सन हेलीकाप्टर वन विभाग को उपलब्ध करायेगा। विमानन विभाग ने इस कंपनी का हेलीकाप्टर किराये पर लेने की अनुमति प्रदान कर दी है। ज्ञात हो कि विश्व में राबिन्सन हेलीकाप्टर का उपयोग वन्यजीवों के प्रबंधन एवं सामूहिक कैप्चर हेतु किया जाता है। रॉबिन्सन हेलीकॉप्टर कंपनी, अमेरिका की एक हेलीकॉप्टर निर्माता कंपनी है। इसमें रोल्स-रॉयस टर्बाइन इंजन का इस्तेमाल किया जाता है। अब वन विभाग ठण्ड में इस हेलीकाप्टर का उपयोग करेगी क्योंकि वर्षाकाल में जंगल में ट्रांसलोकेशन नहीं किया जाता है।