मप्र के कूनों में सिंह परियोजना खत्म कर चीता परियोजना नामकरण हुआ


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स्टोरी हाइलाइट्स

राज्य के पालपुर कूनो राष्ट्रीय उद्यान में 2 जुलाई 2021 को सिंह परियोजना गठित की गई थी जिसका उद्देश्य गुजरात के जूनागढ़ जिले के पास स्थित गिर राष्ट्रीय उद्यान से एशियाई सिंहों को लाकर बसाना था..!!

भोपाल: मप्र सरकार ने वन विभाग के अंतर्गत सिंह परियोजना खत्म कर दी है और इसके स्थान पर चीता परियोजना बना दी है। दरअसल राज्य के पालपुर कूनो राष्ट्रीय उद्यान में 2 जुलाई 2021 को सिंह परियोजना गठित की गई थी जिसका उद्देश्य गुजरात के जूनागढ़ जिले के पास स्थित गिर राष्ट्रीय उद्यान से एशियाई सिंहों को लाकर बसाना था। 

परन्तु गुजरात सरकार ने इन एशियाई सिंहों को देने से इंकार कर दिया था। इससे ये सिंह कूनो में नहीं आ पाये थे। अब कूनो में चीता बसाये गये हैं, इसलिये राज्य सरकार ने मुख्यमंत्री मोहन यादव के अनुमोदन से कूनो राष्ट्रीय उद्यान में गठित सिंह परियोजना को खत्म कर उसका नया नामकरण चीता परियोजना कर दिया है तथा अब संचालक सिंह परियोजना का नामकरण क्षेत्र संचालक चीता परियोजना शिवपुरी कर दिया गया है। साथ ही माधव राष्ट्रीय उद्यान एवं माधव टाइगर रिजर्व के साथ-साथ कूनो राष्ट्रीय उद्यान भी क्षेत्र संचालक चीता परियोजना शिवपुरी के अधिकार क्षेत्र में कर दिया है। इसके लिये शुक्रवार को वन विभाग ने नोटिफिकेशन जारी कर दिया है।

अब अन्य जू के शेर आयेंगे :

मप्र का वन विभाग अब असली नस्ल के एशियाई शेरों को देश के अन्य जू से भोपाल के वनविहार राष्ट्रीय उद्यान में लायेगा। यह कार्यवाही भी मुख्यमंत्री के निर्देश पर की जा रही है।