15 हजार रुपए सैलरी, घर में करोड़ों कैश ED के अधिकारी भी रह गए हैरान


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Ranchi: झारखंड सरकार के मंत्री आलमगीर आलम के पीए संजीव कुमार लाल और उनके घरेलू नौकर के आवास पर सोमवार सुबह ED की छापेमारी में करोड़ों रुपये की नकदी मिली। ED की इस कार्रवाई से एक बार फिर राजनीति और नौकरशाही के गलियारे में हड़कंप मच गया है। 

बीजेपी ने 'INDIA' गठबंधन में भ्रष्टाचार को मुद्दा बना लिया है। वहीं, कांग्रेस की ओर से संजीव कुमार लाल के कनेक्शन के बारे में भी कई जानकारियां दी गई। जबकि सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि संजीव कुमार लाल के सहायक जहांगीर आलम की मासिक आय महज 15 हजार रुपये है।

लेकिन जहांगीर के घर से 30 करोड़ की बरामदगी से पूरे प्रशासनिक महकमे में हड़कंप मच गया है। हालांकि, कई मशीनों का उपयोग करके नकदी की गिनती अभी भी जारी है और ईडी द्वारा जब्त की गई राशि के बारे में आधिकारिक जानकारी अभी जारी नहीं की गई है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा- संजीव के भाजपा नेताओं से पुराने संबंध है।

झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने संजीव लाल के पुराने संबंधों को लेकर बीजेपी पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि संजीव लाल पिछली रघुवर दास सरकार में नगर विकास मंत्री सीपी सिंह के पीए भी थे। संजीव लाल विमला प्रधान के पीए भी रह चुके हैं। इसके अलावा उनके अन्य बीजेपी नेताओं से भी संबंध है। 

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि वीरेंद्र राम से जुड़े मामले में ईडी कार्रवाई करने की बात कर रही है। छह महीने से इस मामले में ईडी की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की गई है, अब लोकसभा चुनाव के दौरान संजीव लाल को निशाना बनाने के लिए कांग्रेस के साथ अपना गठबंधन बनाने की कोशिश की जा रही है। जबकि हकीकत यह है कि संजीव कुमार लाल के संबंध पहले से ही भाजपा नेताओं से भी हैं।

छापेमारी में मिले नोटों के ढेर का वीडियो कुछ ही मिनटों में सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। झारखंड बीजेपी के अध्यक्ष और पूर्व सीएम बाबूलाल मरांडी ने जब एक वीडियो पोस्ट कर कहा कि कांग्रेस गरीबों, दलितों, आदिवासियों और पिछड़ों का हक मारकर इस लूटे हुए पैसे से अपने राजकुमार को प्रधानमंत्री बनाने का सपना देख रही है। 

ED और CBI के दुरुपयोग की शिकायत करने वाले लोगों के लिए झामुमो-कांग्रेस क्या नया बहाना लेकर आएगी? धीरज साहू से लेकर आलमगीर आलम और पंकज मिश्रा से लेकर पूजा सिंघल तक, पिछले 5 वर्षों में राज्य सरकार द्वारा की गई संगठित लूट का खुलासा हो गया है क्योंकि भारी मात्रा में काला धन बरामद हुआ है।