Chardham Yatra: दर्शन के इंतजार में 10 की मौत, 45 किमी लंबे जाम में 25 घंटे से फंसे लोग


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स्टोरी हाइलाइट्स

रिकॉर्ड श्रद्धालुओं से सिस्टम की सांसें फूलीं, चारधाम यात्रा में 45 किलोमीटर लंबा जाम, दर्शन के इंतजार में 10 की मौत, रजिस्ट्रेशन पर रोक..!!

Uttarakhand Chardham Yatra: उत्तराखंड में चल रही चारधाम यात्रा में तीर्थयात्रियों की भारी भीड़ के कारण 15 और 16 मई को ऑफ़लाइन पंजीकरण बंद कर दिया गया है। ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन का प्रोसेस हरिद्वार और ऋषिकेश में किया जा रहा था। 

इस समय चार धाम यात्रा के लिए रोज़ाना हज़ारों की संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। इसी के चलते हजारों श्रद्धालु हरिद्वार और ऋषिकेश में फंसे हुए हैं, जिसके चलते सिस्टम पूरी तरह से फेल नज़र आ रहा है।

गंगोत्री-यमुनोत्री में रिकॉर्ड श्रद्धालुओं के पहुंचने से प्रशासन की सभी व्यवस्थाओं की पोल खुलती नज़र आ रही है। हरिद्वार से 170 किमी दूर बड़कोट की ओर आगे बढ़ने पर, दोनों कैंपों में 45 किमी लंबा ट्रैफिक जाम लगा हुआ है। बड़कोट से ही आगे जाकर यमुनोत्री और गंगोत्री के रास्ते हैं। यहीं पर जाम लगा हुआ है। यहां से उत्तरकाशी तक 30 किमी का रास्ता वन-वे है, इसलिए मंदिर से लौटने वाले वाहनों को पहले निकाला जा रहा है। 

पिछले चार दिनों में यमुनोत्री-गंगोत्री जा रहे 10 लोगों की सड़क पर इंतजार में ही मौत हो चुकी है। जिनमें से 5 लोगों की जान मंगलवार को चली गई। एक कार में तीन मृत पाए गए। मरने वाले सभी 10 श्रद्धालुओं की उम्र 50 साल से अधिक थी। जिनमें से 4 मधुमेह और रक्तचाप से पीड़ित थे। हालात ऐसे हैं कि जाम की वजह से न तो खाने का ठिकाना है और न ही रहने का। आसपास के गांवों में रहने वाले लोग भी इस मौके को खूब भुना रहे हैं। यहां पर आगंतुकों से पानी की एक बोतल के लिए 30 से 50 रुपये और शौचालय के इस्तेमाल के लिए 100 रुपये तक वसूले जा रहे हैं।

एक अनुमान के मुताबिक इस साल चारधाम आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में 44 फीसदी का इजाफा हुआ है। जिसके कारण यह अव्यवस्था उत्पन्न हुई है। इससे गंगोत्री धाम के पुजारी भी खासे नाराज हैं। 

मंगलवार को गंगा सप्तमी के अवसर पर कोई भी श्रद्धालु गंगोत्री नहीं आ सका। ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि 22 घंटे से श्रद्धालु जाम में बीच में ही कई जगहों पर अटके रहे। स्थानीय प्रशासन श्रद्धालुओं से कुछ दिन इंतजार करने की अपील कर रहा है। जिसके चलते ही श्रद्धालुओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए 15 और 16 मई को ऑफलाइन पंजीकरण पर रोक लगा दी गई है। हालांकि, ऑनलाइन पंजीकरण जारी है।