लोकसभा चुनाव के लिए मध्य प्रदेश की सभी 29 सीटों के लिए मतदान की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। मध्य प्रदेश में लोकसभा चुनाव 2024 के लिए चार चरणों में 66.77 फीसदी वोटिंग हुई है। कहा जा रहा है, कि 4 जून को लोकसभा चुनाव के नतीजे घोषित होते ही बीजेपी आलाकमान मध्य प्रदेश सरकार के 9 मंत्रियों पर बड़ी कार्रवाई कर सकता है।
अमित शाह की चेतावनी के बावजूद सभी 9 विधानसभा क्षेत्रों में मतदान प्रतिशत 2019 की तुलना में काफी कम रहा। 2019 के लोकसभा चुनाव में मध्य प्रदेश की 29 सीटों पर कुल 71.12 फीसदी वोटिंग हुई। इस प्रकार, पिछली बार की तुलना में इस बार मतदान प्रतिशत में 4 फीसदी की गिरावट आई है और बीजेपी इसे बर्दाश्त करने के मूड में नहीं है। जब पहले चरण का मतदान पूरा हुआ और आंकड़े सामने आए तो पता चला कि पहले चरण में ही मध्य प्रदेश में कुल 7 फीसदी कम मतदान हुआ था। इससे नाराज अमित शाह ने चेतावनी दी कि जो मंत्री विधानसभा में कम वोटिंग करते पाए जाएंगे, उन्हें मंत्री पद से हटा दिया जाएगा।
इसके बाद पता चला कि चुनाव संपन्न होने के बाद मध्य प्रदेश की 9 सीटों पर कम वोटिंग हुई है। ये वो सीटें हैं जहां के विधायक मध्य प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री हैं। इनके नाम हैं दिलीप अहिरवार, अंधल सिंह कंषाना, नरेंद्र शिवाजी पटेल, प्रद्युम्न सिंह तोमर, विजय शाह, राकेश सिंह, नागर सिंह चौहान, चैतन्य कश्यप, विश्वास सारंग। संबंधित विधानसभा क्षेत्रों में 1 से 6 फीसदी तक कम वोटिंग हुई है। ऐसे में अब बीजेपी आलाकमान चुनाव नतीजों के बाद इस संबंध में कुछ गंभीर फैसले लेगा।
माना जा रहा है कि जिन मंत्रियों के क्षेत्र में कम वोटिंग हुई है, उन्हें मंत्री पद से हटाया जा सकता है और नए विधायकों को मंत्री बनने का मौका मिल सकता है। यह भी माना जा रहा है कि जिन विधायकों के निर्वाचन क्षेत्रों में पिछली बार से ज्यादा मतदान हुआ है, उन्हें भाजपा मंत्री पद देकर उनके काम को प्रोत्साहित कर सकती है।