दिल्ली के कथित शराब घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को कोई राहत नहीं मिली है. आज यानी गुरुवार (28 मार्च, 2024) को उनकी प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की रिमांड बढ़ा दी गई है. दिल्ली के राउज एवेन्यू कोर्ट ने इसे 1 अप्रैल 2024 तक के लिए बढ़ाया है. अब अगली सुनवाई एक अप्रैल 2024 को होगी और तब उन्हें दोपहर दो बजे कोर्ट में पेश किया जाएगा.
इससे पहले सुनवाई के दौरान खुद अरविंद केजरीवाल ने दलीलें देते हुए कहा कि देश के सामने आप के भ्रष्ट होने की झूठी तस्वीर पेश की जा रही है. उन्होंने वकीलों के मौजूद होने के बावजूद अदालत से अनुमति लेने के बाद दलीलें दीं. उन्होंने ये दलीलें तब दीं, जब ईडी ने उन्हें विशेष न्यायाधीश कावेरी बावेजा की अदालत में पेश किया. ईडी ने केजरीवाल की और सात दिन की हिरासत का अनुरोध करते हुए कहा था कि मामले से जुड़े कुछ लोगों से उनका आमना-सामना कराने की जरूरत है.
वहीं, आज सुनवाई के बाद दिल्ली की अदालत से निकलते समय दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल ने दावा किया कि जो कुछ भी हो रहा है, वह राजनीतिक षड्यंत्र का हिस्सा है. जनता इसका जवाब जरूर देगी.
समाचार एजेंसी ANI के मुताबिक, केजरीवाल की रिमांड मांगने के दौरान ईडी ने बताया कि एक मोबाइल फोन (अरविंद केजरीवाल की पत्नी) में डेटा निकाला गया है और फिलहाल उसका विश्लेषण किया जा रहा है. हालांकि, अन्य चार डिजिटल डिवाइस से मिला डेटा (सीएम केजरीवाल से जुड़ा) सीज कर दिया गया है, जो कि 21 मार्च, 2024 को दिल्ली सीएम के परिसर से तलाशी के दौरान पाया गया था. यह डेटा निकाला जाना बाकी है.
बता दें कि इस मामले में ईडी ने अरविंद केजरीवाल को 21 मार्च के दिन गिरफ्तार किया था. बाद में कोर्ट ने उन्हें 28 मार्च तक हिरासत में भेज दिया. सीएम केजरीवाल के वकील रमेश गुप्ता ने बताया कि मुख्यमंत्री जांच में सहयोग करना चाहते हैं लेकिन ईडी के आधारों पर नहीं, जिसके लिए एजेंसी उनकी हिरासत अवधि बढ़ाने का अनुरोध कर रही है.