नन्हे-मुन्ने की पहली ठंड, शिशु देखभाल

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स्टोरी हाइलाइट्स

जाड़े की दस्तक होते ही ठंड से बचने के लिए घर में कई तरह की तैयारियां शुरू हो जाती हैं। घर में अगर छोटा बच्चा है तो फिर तैयारी में बहुत संजीदगी रहती है। विशेष रूप से अगर बच्चे के लिए पहला ठंड का मौसम है तो तैयारी और समझ दोगुनी करनी होती है। बच्चे को सिर्फ ठंड से बचाना ही जरूरी नहीं होता बल्कि उसके आहार और त्वचा की उचित देखभाल भी जरूरी होती है।

क्या ओढ़ाएं

• मोटा कंबल / रजाई ना ओढ़ाएं। इससे बेहतर है पतले मुलायम 2-3 कंबल का इस्तेमाल करें। 

• बच्चे के गले के ऊपर का हिस्सा खुला ही रखें। 

• अगर आपका बच्चा एक माह तक का है तो उसे पहले मोटे सूती चादर में जरूर लपेटें, इससे बच्चा गर्म तो रहता ही है साथ में सुरक्षित भी महसूस करता है।

• बच्चा एक माह से ज्यादा का है तो रेडीमेड स्वैडल्स को उपयोग में लाया जा सकता है। मगर यह बिलकुल ध्यान रहे कि बच्चे को अत्यधिक टाइट न लपेटें। टाइट लपेटने से उसकी गतिविधि बाधित होती है और वह फ्री होकर हाथ-पैर नहीं हिला पाता। विशेष रूप से कमर का हिस्सा हल्के ही लपेटें।

त्वचा की देखभाल

● जहां तक संभव हो किसी कोल्ड क्रीम का इस्तेमाल करने से बचें। प्राकृतिक रूप से ही उनकी त्वचा उचित नमी और कोमलता बनाए रखने के लिए सक्षम रहती है। फिर भी जरूरी हो तो मलाई का उपयोग ठीक रहता है।

• जहां तक हो सके किसी भी केमिकल प्रोडक्ट के उपयोग से बचें।

● बच्चे को गुनगुने पानी से रोज पोंछे और एक दिन का अंतराल देकर नहलाएं। • हफ्ते में एक बार सिर में शैम्पू का इस्तेमाल जरूर करें।

क्या और कैसे पहनाएं

• बच्चे को मोटा स्वेटर या जैकेट पहनाने की जगह सूती टोपी ही इस्तेमाल करें से बचें। बेहतर है इनर, शर्ट और पतले स्वेटर ही पहनाए जाएं। ध्यान रहे कपड़े बहुत टाइट न हो ताकि इन्हें आसानी से निकाला जा सके। आगे से खुले स्वेटर बेहतर होंगे।

• सुबह की गुनगुनी धूप में बच्चों को कुछ समय के लिए जरूर ले जाएं।

● दिन के समय की कड़ी धूप में भी कुछ

समय के लिए बच्चों के हाथ, पैर और सिर जरूर खुले रखें।

• बच्चे को ओवर हीट और ओवर कोल्ड दोनों स्थिति से बचाएं।

• कान, पैर और हथेली ढंक कर रखें। मोजे, ग्लव्स और टोपी पहनाएं, मगर रात में सोते समय मोजे निकाल देना बेहतर है।

• अगर बहुत ठंड नहीं है तो रात में ऊनी की जगह सूती टोपी का इस्तेमाल करें ताकि बच्चा ओवर हीट से बचे।

आहार

जाड़े के दिनों में शरीर को गर्म रखने के लिए ऊर्जा की अधिक आवश्यकता होती है। ऐसे में बच्चे को दूध पिलाने की आवृत्ति बढ़ाना जरूरी है। बच्चे ने अगर खाना शुरू कर दिया है तो मात्रा तो बढ़ाइए ही साथ में कार्बोहाइड्रेट युक्त भोजन विशेष रूप से ज्यादा दीजिए।

इन सामान्य बातों को विशेष रूप से ध्यान में रखकर आप अपने नन्हे-मुन्ने के लिए उसके पहले जाड़े को आरामदायक बना सकती हैं।