कई बच्चे स्कूल जाने से बचने के लिए तरह-तरह के बहाने करते हैं. इन बहानों में पेट दर्द होना सबसे आम है. हालांकि, कई बार पेरेंट्स इसे बिना जाने ही नजरअंदाज कर देते हैं.
रिपोर्ट्स के मुताबिक, बच्चों में पेट दर्द के संबंध में थोड़ी सी भी लापरवाही भारी पड़ सकती है. क्योंकि, यह अपेंडिसाइटिस के लक्षण हो सकते हैं.
अपेंडिसाइटिस एक रोग है जो शरीर में अपेंडिक्स नामक अंग को प्रभावित करता है. यह हमारी आंतों से संबंधित एक छोटी सी थैली होती है, जो पेट के निचले हिस्से में दाहिने ओर स्थित होती है.
जब अपेंडिक्स ब्लॉक हो जाता है, तब उसके अंदर बैक्टीरिया जमा होने लगते हैं. इसका अर्थ है कि ब्लॉकेज के कारण आंतों से इसका कनेक्शन टूट जाता है. इस अंग में ब्लड सप्लाई भी रुक जाती है.
अपेंडिक्स में मल बन जाता है, सूजन के कारण इसका आकार बढ़ जाता है. इस स्थिति को एपेंडिसाइटिस कहा जाता है.
यदि समय पर उपचार नहीं किया जाता है, तो अपेंडिक्स टूट सकता है. इससे अपेंडिक्स में जमा बैक्टीरिया पूरे पेट में फैल जाएंगे और यह जान तक ले सकता है.
नाभि के चारों ओर दर्द महसूस होगा-
अपेंडिसाइटिस के मामले में बच्चों को नाभि के चारों ओर दर्द होता है. इसके साथ ही उल्टी भी हो सकती है. अपेंडिसाइटिस की पुष्टि करने के लिए, बच्चे को बेड पर पीठ के बल लेटा दें और पेट पर अपने हाथों से दबाएं. इसके बाद बच्चे के चेहरे को ध्यान से देखें. अगर बच्चा दर्द के कारण चिल्लाता है, तो यह अपेंडिसाइटिस के लक्षण हो सकते हैं.
कृपया पेनकिलर न दें, करें ये उपाय-
यदि बच्चा पेट दर्द की शिकायत करता है, तो कृपया उसे कोई पेन किलर न दें. साथ ही किसी भी देसी इलाज से बचें. यदि बच्चे को पेट दर्द होता है, तो कृपया कुछ समय इंतजार करें. इसका कारण पेट में गैस बनना या किसी अन्य कारण से हो सकता है.
लेकिन, यदि 2-3 घंटे बाद भी पेट दर्द ठीक नहीं होता है, तो कृपया तत्काल डॉक्टर की सलाह लें. डॉक्टर जांच के बाद बता सकते हैं कि दर्द का कारण अपेंडिसाइटिस है या इसकी वजह कुछ और है.
पुराण डेस्क