शरीर में दिखें ये लक्षण तो हो जाएँ अलर्ट, तत्काल चेक करें ब्लड शुगर


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स्टोरी हाइलाइट्स

35 वर्ष की उम्र के बाद प्रीडायबिटीज या टाइप-2 डायबिटीज का बढ़ जाता खतरा..!!  

कई बार लोगों को डायबिटीज की समस्या का समय रहते पता नहीं चल पाता है। डॉक्टर्स के मुताबिक अधिकांश वयस्क लोगों को 35 वर्ष की आयु से अपना डायबिटीज टेस्ट जरूर कराते रहना चाहिए, क्योंकि इस उम्र के बाद प्रीडायबिटीज या टाइप-2 डायबिटीज का खतरा बढ़ जाता है।

यदि 35 साल की उम्र के बाद आपको बहुत प्यास लगे, बार-बार पेशाब आना, अधिक थकान होना, आंखों की रोशनी कम होना या शरीर का वजन तेजी से घटने लगे तो यह डायबिटीज के प्रमुख लक्षण हो सकते हैं।

इसके अलावा शरीर में ब्लड शुगर लेवल बढ़ने पर पैरों में ऐंठन, सुन्नपन, तेज दर्द और घाव आदि की समस्या हो सकती है। इसे डायबिटिक न्यूरोपैथी कहते हैं। ब्लड शुगर बढ़ने पर स्किन इन्फेक्शन या लाल निशान हो सकते हैं। स्किन का ड्राई हो जाना, फंगल इन्फेक्शन, खुजली और त्वचा से जुड़ी असामान्य दिक्कतें अचानक बढ़ने लगती हैं।

मधुमेह के कारण शरीर की रोगाणुओं से लड़ने की क्षमता को कमजोर हो सकती है। मसूड़ों और दांतों को अपनी जगह पर रखने वाली हड्डियों में संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। यह मधुमेह का एक आम लक्षण हो सकता है। मसूड़े दांतों से दूर हो जाते हैं। दांत ढीले हो सकते हैं।