नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली के इंडिया गेट पर 50 साल से मशहूर अमर जवान ज्योत को गणतंत्र दिवस से पहले यहां से शिफ्ट किया जा रहा है। इस ज्योत को अब इंडिया गेट के बजाय राष्ट्रीय युद्ध स्मारक में मिला दिया जाएगा। यह ज्योति आज दोपहर साढ़े तीन बजे युद्ध स्मारक की ज्वाला में विलीन हो जाएगी। अमर जवान ज्योति की मशाल आज दोपहर राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर लाई जाएगी। दोनों लपटें वहां एक समारोह में विलीन हो जाएंगी। भारतीय सेना के एक अधिकारी ने कहा कि एयर मार्शल बलभद्र राधाकृष्ण समारोह की अध्यक्षता करेंगे।
Amar Jawan Jyoti not being extinguished, being merged with flame at National War Memorial: Govt sources
— ANI Digital (@ani_digital) January 21, 2022
Read @ANI Story | https://t.co/D6WY8K7tU1#AmarJawanJyoti #WarMemorial pic.twitter.com/PPVULgXZDY
अमर जवान ज्योत: भारत-पाक युद्ध के शहीदों के लिए एक स्मारक
इंडिया गेट 1971 में पाकिस्तान के खिलाफ युद्ध में मारे गए 3,843 भारतीय सैनिकों की याद में बनाया गया था। ज्योत पहली बार 1972 में वहां रखी गई थी। ज्योति का उद्घाटन 26 फरवरी 1972 को तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने किया था। केंद्र सरकार ने 2019 में राष्ट्रीय युद्ध स्मारक बनाया था। यह स्मारक 1947 में देश की आजादी के बाद शहीद हुए 26,466 भारतीय सैनिकों के सम्मान में बनाया गया था। स्मारक का उद्घाटन प्रधानमंत्री मोदी ने 25 फरवरी 2019 को किया था।
राहुल गांधी ने क्या कहा :
अमर जवान ज्योति जलाने को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। राहुल गांधी ने आलोचना की है कि कुछ लोग देशभक्ति और शहादत को नहीं समझते हैं। राहुल गांधी ने आगे कहा कि, बहुत दुख की बात है कि हमारे वीर जवानों के लिए जो अमर ज्योति जलती थी, उसे आज बुझा दिया जाएगा। कुछ लोग देशप्रेम व बलिदान नहीं समझ सकते- कोई बात नहीं… हम अपने सैनिकों के लिए अमर जवान ज्योति एक बार फिर जलाएँगे !
बहुत दुख की बात है कि हमारे वीर जवानों के लिए जो अमर ज्योति जलती थी, उसे आज बुझा दिया जाएगा।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) January 21, 2022
कुछ लोग देशप्रेम व बलिदान नहीं समझ सकते- कोई बात नहीं…
हम अपने सैनिकों के लिए अमर जवान ज्योति एक बार फिर जलाएँगे!
अमर जवान ज्योतिष में मिले है पूर्व सैनिकों के जज्बात :
अमर जवान ज्योत को इंडिया गेट से नेशनल वॉर मेमोरियल ले जाने के सरकार के फैसले पर मिलीजुली प्रतिक्रिया आई है। कई पूर्व सैनिकों ने यह भी कहा कि उनकी भावनाओं से मेल खाता है और अपील की कि वहां से लौ नहीं हटानी चाहिए। इस मामले के समर्थक इस बयान की वास्तविक प्रतिलिपि को ऑनलाइन उपलब्ध कराने के लिए काम कर रहे हैं। शहीदों को श्रद्धांजलि देने के लिए कई जगह मेमोरियल बनाये गए है। अमर जवान ज्योति को अस्थायी रूप से इंडिया गेट पर स्थापित किया गया था। पूर्व नौसेना प्रमुख एडमिरल अरुण प्रकाश ने कहा, "अब जब हमारे पास अपना युद्ध स्मारक है, तो इसे स्थानांतरित करना उचित होगा।"
हजारों सैनिकों का स्मृति चिन्ह है इंडिया गेट :
राजधानी दिल्ली का निर्माण ब्रिटिश सरकार ने 42 मीटर की ऊंचाई पर किया था। 1914-21 के प्रथम विश्व युद्ध और तीसरे अफगान युद्ध में अंग्रेजों द्वारा शहीद हुए 84,000 भारतीय सैनिकों की याद में ब्रिटिश सरकार द्वारा स्मारक बनाया गया था। इस पर सैनिकों के नाम भी लिखे गए हैं।
अमर जवान की लौ अभी बुझी नहीं :
आज के कार्यक्रम को लेकर कई भ्रांतियां हैं। लेकिन कुछ लोग कहा रहे है कि, नहीं बुझेगी अमर जवान की लौ। आज अमर जवान ज्योत को राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर जलाई जाने वाली मशाल में विलय हों जाएगा। 1971 और अन्य युद्धों में शहीद हुए सैनिकों को अमर जवान ज्योत पर श्रद्धांजलि दी जा रही थी। लेकिन सरकारी सूत्रों ने कहा, उनमें से किसी का नाम नहीं लिखा गया। इंडिया गेट पर अंकित नाम प्रथम विश्व युद्ध और एंग्लो-अफगान युद्ध में मारे गए सैनिकों के हैं। यह हमें हमारी गुलामी के दिनों की याद दिलाता है। 1971 के युद्ध सहित अन्य सभी युद्धों में शहीद हुए सैनिकों के नाम राष्ट्रीय युद्ध स्मारक में दर्ज हैं। तो एक लौ जलाकर यह उनकी सच्ची श्रद्धांजलि होगी। जिन लोगों ने 70 वर्षों में राष्ट्रीय युद्ध स्मारक नहीं बनाया है, वे अब अपने शहीद सैनिकों को श्रद्धांजलि देकर विवाद पैदा कर रहे हैं, सरकार के सूत्रों ने विपक्ष की आलोचना करते हुए यह बात कही।
इंडिया गेट पर लगेगी नेताजी सुभाष चंद्र बोस की भव्य प्रतिमा :
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट से ट्विट करते हुए लिखा, इंडिया गेट पर लगेगी नेताजी सुभाष चंद्र बोस की भव्य प्रतिमा, प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट में कहा, "यह उनके प्रति भारत के ऋणी होने का प्रतीक होगा।" जब तक नेताजी बोस की भव्य प्रतिमा पूरी नहीं हो जाती, तब तक उनकी होलोग्राम प्रतिमा उसी स्थान पर मौजूद रहेगी। मैं नेताजी की जयंती 23 जनवरी को होलोग्राम प्रतिमा का अनावरण करूंगा।
At a time when the entire nation is marking the 125th birth anniversary of Netaji Subhas Chandra Bose, I am glad to share that his grand statue, made of granite, will be installed at India Gate. This would be a symbol of India’s indebtedness to him. pic.twitter.com/dafCbxFclK
— Narendra Modi (@narendramodi) January 21, 2022