'आप के पीछे पड़ी मोदी सरकार', सौरभ भारद्वाज के घर ED की छापेमारी पर भड़के केजरीवाल-मनीष सिसोदिया


Image Credit : X

स्टोरी हाइलाइट्स

अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसोदिया और संजय सिंह ने मोदी सरकार पर एजेंसियों का दुरुपयोग करने और राजनीतिक बदला लेने का आरोप लगाया..!!

आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता और दिल्ली के पूर्व मंत्री सौरभ भारद्वाज के घर पर मंगलवार 26 अगस्त की सुबह प्रवर्तन निदेशालय (ED) की छापेमारी ने राजनीतिक भूचाल ला दिया है। आप प्रमुख अरविंद केजरीवाल, पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने इस कार्रवाई पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए इसे मोदी सरकार द्वारा केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग बताया है। आप नेताओं ने दावा किया है कि ये छापे कथित अस्पताल निर्माण टाले से संबंधित हैं, जो पूरी तरह से झूठ और राजनीति से प्रेरित है।

केजरीवाल ने एक्स पर पोस्ट किया कि सौरभ भारद्वाज के घर पर ईडी की छापेमारी मोदी सरकार द्वारा एजेंसियों के दुरुपयोग का एक और मामला है। उन्होंने आरोप लगाया कि आप को इसलिए निशाना बनाया जा रहा है क्योंकि वह मोदी सरकार की गलत नीतियों और भ्रष्टाचार के खिलाफ सबसे ज़्यादा मुखर है।

 

केजरीवाल ने कहा कि जिस तरह से आप को निशाना बनाया जा रहा है, वैसा इतिहास में किसी भी पार्टी के साथ नहीं हुआ। मोदी सरकार हमारी आवाज़ दबाना चाहती है, लेकिन हम डरने वाले नहीं हैं। उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि आप देशहित में भ्रष्टाचार और गलत नीतियों के खिलाफ आवाज़ उठाती रहेगी।

मनीष सिसोदिया ने भी इस छापेमारी को राजनीतिक बदले का हिस्सा बताया। उन्होंने कहा कि छापेमारी के पीछे एकमात्र कारण यह है कि हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की डिग्री को लेकर सवाल उठे हैं। सिसोदिया ने दावा किया कि सोमवार को पूरे देश में यह चर्चा थी कि प्रधानमंत्री की डिग्री फ़र्ज़ी है। इस मुद्दे से ध्यान भटकाने के लिए ईडी ने सौरभ भारद्वाज के घर पर छापा मारा। उन्होंने यह भी कहा कि जिस अवधि में कथित घोटाले की जाँच चल रही है, उस दौरान सौरभ भारद्वाज मंत्री भी नहीं थे, इसलिए यह मामला पूरी तरह से फ़र्ज़ी है।

संजय सिंह ने भी यही बात दोहराई और कहा कि सौरभ भारद्वाज पर छापेमारी इसलिए की गई क्योंकि मोदी जी की डिग्री पर सवाल उठ रहे हैं। ये छापे ध्यान भटकाने की साजिश है। उन्होंने सत्येंद्र जैन का उदाहरण देते हुए कहा कि जैन को तीन साल जेल में रखने के बाद सीबीआई और ईडी ने अदालत में क्लोजर रिपोर्ट दाखिल कर दी, जिससे साबित होता है कि आप नेताओं पर लगे सभी आरोप झूठे हैं। 

ED ने दिल्ली-एनसीआर में 13 जगहों पर छापेमारी की, जिसमें सौरभ भारद्वाज का आवास भी शामिल है, जो 2018-19 में आप सरकार के दौरान 5,590 करोड़ रुपये की अस्पताल निर्माण परियोजनाओं में अनियमितताओं से जुड़ा है। भ्रष्टाचार निरोधक शाखा (ACB) ने इस मामले में सौरभ भारद्वाज और पूर्व स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन के खिलाफ मामला दर्ज किया था, जिसके बाद ED ने मनी लॉन्ड्रिंग की जांच शुरू की थी। आप ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा है कि मामला उस समय का है जब भारद्वाज स्वास्थ्य मंत्री नहीं थे।