भोपाल: अब प्रदेश की नवनिर्मित एवं निर्माणाधीन सडक़ों पर नई टैग लाईन होगी तथा बोर्ड लगाकर लिखा जायेगा ‘‘लोक निर्माण से लोक कल्याण।’’ लोनिवि मंत्री राकेश सिंह के निर्णय पर प्रमुख अभियंता ने सडक़ एवं पुल विंग के सभी अधीक्षण यंत्रियों को ये निर्देश जारी कर दिये हैं।
ये कार्य भी होंगे :
विगत समय में किये गये सडक़ कार्यों की लम्बाई के आधार पर प्रतिदिन औसत सडक़ निर्माण किलोमीटर की गणना की जायेगी। सभी निर्माण कार्यों की अद्यतन एकजाई जानकारी तत्समय देखने के लिये 15 दिन में ऑनलाईन डेशबोर्ड तैयार किया जायेगा। भोपाल एवं जबलपुर शहरों में माइक्रो सफेसिंग एवं व्हाईट टॉपिंग तकनीक से सडक़ निर्माण हेतु कुछ मार्गों का चयन किया जायेगा और आगामी तीन माहों में इन तकनीकों का प्रयोग कर मार्गों का निर्माण किया जायेगा।
प्रदेश में 5 बाघ अभयारण्य, कई राष्ट्रीय उद्यानों एवं वन्यजीव सेंचुरीज होने के कारण प्रदेश को वन अभयारण्य पर्यटन प्रदेश के रुप में अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाई जायेगी। इसमें सडक़ नेटवर्क की भूमिका को महत्वपूर्ण बनाया जायेगा तथा सर्वप्रथम कान्हा एवं बांधवगढ़ बाघ अभयारण्यों से जबलपुर के बीच सडक़ यातायात फोर लेन बनाकर सुगम करने की पहल की जायेगी। नर्मदा परिक्रमा पथ में अनेक कच्चे-पक्के मार्ग हैं जिन्हें बेहतर एवं सुगम बनाया जायेगा।