वन विभाग की ऑनलाईन टीपी में अब चेकपोस्ट की अनिवार्यता नहीं होगी


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स्टोरी हाइलाइट्स

बैठक में कहा गया कि समस्त वनोपज /काष्ठ की प्रजातियो एवं बांस के आवागमन पर वन विभाग द्वारा टीपी जारी होगी। इसलिये सिस्टम में ऑनलाइन टीपी हेतु समस्त प्रावधान किए जाएं तथा एनओसी सम्बंधी परिवर्तन एवं सॉफ्टवेयर कान्फिगिरेशन बाद में किए जाएं..!!

भोपाल। राज्य के वन विभाग की ऑनलाईन टीपी व्यवस्था में अब चेकपोस्ट की अनिवार्यता नहीं होगी बल्कि ऑनलाईन सिस्टम द्वारा मैप पर मार्ग विकल्प दिखाए जाएगा। इसके अलावा, ऑनलाईलन सिस्टम में वनोपज/काष्ठ से भरे वाहन के फोटो को दिखाने बाध्यता भी नहीं होगी। यह निर्णय वन विभाग के एसीएस अशोक बर्णमाल की अध्यक्षता में आयोजित वनोपज की ऑनलाइन नीलामी तथा ऑनलाइन एनओसी एवं ईटीपी की समीक्षा बैठक में लिया गया है।

बैठक में कहा गया कि समस्त वनोपज /काष्ठ की प्रजातियो एवं बांस के आवागमन पर वन विभाग द्वारा टीपी जारी होगी। इसलिये सिस्टम में ऑनलाइन टीपी हेतु समस्त प्रावधान किए जाएं तथा एनओसी सम्बंधी परिवर्तन एवं सॉफ्टवेयर कान्फिगिरेशन बाद में किए जाएं। ऑनलाईन टीपी प्रक्रिया में आवेदक स्तर की प्रक्रिया को सुगम एवं सरल बनाने हेतु वन विभाग के परिक्षेत्रों के अंतर्गत ग्रामो से जीआईएस मैपिंग किया जाये।

आवेदक, टीपी अधिकारी एवं विभाग के सम्बंधित अधिकारियों को ईमेल नोटिफिकेशन एवं एसएमएस का प्रावधान किया जाए तथा भविष्य में व्हाट्सएप पर भी जानकारी उपलब्ध कराई जाए। इसी प्रकार, वर्तमान में टीपी शुल्क की गणना वाहन एवं वनोपज के आयतन के आधार पर होती है। 

टीपी शुल्क की गणना को केवल वनोपज के आयतन पर किए जाने हेतु शासन स्तर पर आवश्यक कार्यवाही की जाएगी। ऑनलाईन सिस्टम में विभाग द्वारा भौतिक सत्यापन का मोड्यूल बनाया जाए जिसको बाद में मोबाइल एप में भी बनाया जाएगा। वर्तमान प्रक्रिया में काष्ठ का सत्यापन एवं निगरानी हेतु फील्ड स्टाफ द्वारा हैमरिंग की प्रक्रिया का उपयोग किया जाता है, जिसके स्थान पर आरएफआईडी टैग के उपयोग किया जा सकता है। बैठक में मौजूद एमपी इलेक्ट्रानिक विकास निगम के अधिकारियों से कहा गया कि वे आरएफआईडी टैग की व्यावहारिकता, दृढ़ता, लागत तथा मॉनिटरिंग मैकेनिज्म का अध्यन कर बतायें।