पीएम मोदी ने संसद सत्र चलाने के लिए सभी दलों से मांगा सहयोग, बोले- युवा सांसदो को दें अधिक अवसर


स्टोरी हाइलाइट्स

PM Modi On Winter Session: पीएम मोदी ने कहा कि मैं सभी दलों के नेताओं से आग्रह करना चाहता हूं कि हमारे जो नए और युवा सांसद हैं, उनके उज्ज्वल भविष्य और लोकतंत्र की भावी पीढ़ी को तैयार करने के लिए हम अधिक से अधिक उनको अवसर दें..!

PM Modi On Winter Session: संसद के शीतकालीन सत्र की आज से शुरुआत हो रही है। इससे पहले देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संबोधित करते हुए कहा कि संसद का ये सत्र आजादी के अमृत काल में हो रहा है। एक ऐसे समय में हम मिल रहे हैं जब हमारे देश को G-20 की अध्यक्षता का अवसर मिला है। आज जिस प्रकार से भारत वैश्विक मंच पर अपनी भागीदारी बढ़ा रहा है ऐसे में ये अध्यक्षता हमें मिलना एक बहुत बड़ा अवसर है।

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पीएम मोदी बोले, इस सत्र में देश को विकास की नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए, वर्तमान वैश्विक परिस्थितियों में भारत को आगे बढ़ाने के लिए आवश्यक नए अवसरों को ध्यान में रख कर कई महत्वपूर्ण निर्णय इस सत्र में करने का प्रयास किया जाएगा।

उन्होंने सभी दलों से अपील करते हुए कहा कि मुझे विश्वास है कि सभी राजनीतिक दल, इस सत्र के दौरान चर्चा के स्तर में मूल्यवृद्धि करेंगे। अपने विचारों से निर्णयों को नई ताकत देंगे व दिशा को और स्पष्ट रूप से उजागर करने में मदद करेंगे। मैं सभी दलों के नेताओं से ये आग्रह करना चाहता हूं कि हमारे जो नए और युवा सांसद हैं। उनके उज्जवल भविष्य और लोकतंत्र की भावी पीढ़ी को तैयार करने के लिए हम अधिक से अधिक अवसर उनको दें।

राज्यसभा में पीएम मोदी का संबोधन-

पीएम मोदी ने राज्यसभा में उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ का स्वागत करते हुए कहा कि हमारे उपराष्ट्रपति किसान पुत्र हैं और उन्होंने सैनिक स्कूल में पढ़ाई की है। इस प्रकार, वह जवानों और किसानों के साथ घनिष्ठ रूप से जुड़े हुए हैं। संसद का यह सत्र ऐसे समय में हो रहा है जब हम आजादी का अमृत महोत्सव मना रहे हैं और जब भारत ने जी-20 की अध्यक्षता ग्रहण की है। अमृतकाल विकसित भारत का कालखंड होगा। मुझे विश्वास है कि आपके मार्गदर्शन में राज्यसभा अपनी विरासत को न केवल आगे बढ़ाएगी अपितु नई ऊंचाई भी देगी। मैं पूरे सदन और देश की तरफ से आदरणीय सभापति जी को बहुत बहुत शुभकामनाएं देता हूं।

पीएम मोदी बोले, आज पहली बार महामहिम राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के रूप में देश की गौरवशाली आदिवासी विरासत हमारा मार्गदर्शन कर रही है। इसके पहले भी रामनाथ कोविंद जी वंचित समाज से निकलकर देश के सर्वोच्च पद पर बैठे थे और अब एक किसान के बेटे के रूप में आप भी करोड़ों देशवासियों, गांव, गरीब और किसान की ऊर्जा का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं।