वायु प्रदूषण के लिए सद्गुरु बोले 'प्रायश्चित', कहा- दिवाली पर बच्चों को आतिशबाजी करने से न रोकें


स्टोरी हाइलाइट्स

इससे पहले सोमवार को शीर्ष अदालत की एक विशेष पीठ ने कहा था कि पटाखों पर पूर्ण प्रतिबंध संभव नहीं है और अदालत ने पूर्ण प्रतिबंध के कोलकाता उच्च न्यायालय के फैसले को 'सख्त' करार दिया था।

ईशा फाउंडेशन के संस्थापक सद्गुरु जग्गी वासुदेव ने दिवाली 2021 के मौके पर पटाखों पर रोक का विरोध किया है। पटाखों से होने वाले वायु प्रदूषण को कम करने के लिए सद्गुरु ने एक सरल सूत्र भी दिया है। धर्मगुरु ने ट्विटर पर कहा, "वायु प्रदूषण की चिंता बच्चों को आतिशबाजी करने की खुशी से वंचित करने का कारण नहीं है। अगर आपको उनके लिए कुछ करना है, तो तीन दिनों के लिए अपने कार्यालय में चलें। बच्चों को आतिशबाजी का आनंद लेने दें। "

वहीं सद्गुरु ने दीपावली के अवसर पर सभी को शुभकामनाएं दीं और कहा कि यह दिवाली आपकी मानवता को पूरे गौरव से रोशन करे। सद्गुरु ने कहा, "संकट के समय में, जो आपको अंधेरे में धकेल सकता है, खुशी, प्रेम और चेतना के साथ चमकना जरूरी है। इस दिवाली, अपनी मानवता को उसकी सारी महिमा में उजागर करें। प्यार और आशीर्वाद।

इससे पहले सोमवार को शीर्ष अदालत की एक विशेष पीठ ने कहा था कि पटाखों पर पूर्ण प्रतिबंध संभव नहीं है और अदालत ने कोलकाता उच्च न्यायालय के पूर्ण प्रतिबंध के फैसले को 'सख्त' करार दिया था। पीठ ने कहा कि पटाखों में हानिकारक रसायनों के इस्तेमाल पर रोक लगाने के लिए कदम उठाए जाएं।