प्रभार बाटने के बाद शिवराज बोले, सभी मंत्री महीनें में कम से कम दो बार अपने क्षेत्र का करें दौरा..


स्टोरी हाइलाइट्स

भोपाल: मध्य प्रदेश में तबादलों पर से प्रतिबंध हटाने के पहले ही दिन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सभी मंत्रियों को बीती रात अपने घर डिनर पर बुलाया..

 प्रभार बाटने के बाद शिवराज बोले, सभी मंत्री महीनें में कम से कम दो बार अपने क्षेत्र का करें दौरा.. भोपाल: मध्य प्रदेश में तबादलों पर से प्रतिबंध हटाने के पहले ही दिन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सभी मंत्रियों को बीती रात अपने घर डिनर पर बुलाया। इनमें करीब 21 मंत्री सीएम हाउस पहुंचे थे। हालांकि मंत्रियों की संख्या तीस है। जबकि सीएम ने सभी मंत्रियों को अनिवार्य रूप से शामिल होने के लिए कहा था। जो मंत्री नहीं पहुंचे उन्होंने इसकी वजह सीएम तक पहुंचा दी थी। जानकार सूत्रों का कहना है कि शिवराज ने जिले के प्रभार बांटने के बाद मंत्रियों को इसलिए बुलाया था ताकि वे उन्हें जिले में समन्वय से काम करने और अपनी अपेक्षाओं को विस्तार से समझा सकें। मुख्यमंत्री ने मंत्रियों को निर्देश दिए हैं कि अधिकारी, कर्मचारियों के ट्रांसफर में पारदर्शिता बरतें और इसकी प्रक्रिया गाइडलाइन के मुताबिक होनी चाहिए। उन्होंने कहा- तबादलों में गड़बड़ी करने वालों पर भी पैनी नजर बनाए रखें। मुख्यमंत्री का इशारा मंत्रियों के स्टाफ की तरफ था। सीएम इससे पहले भी कह चुके हैं कि मंत्रियों को अपने स्टाफ से सतर्क रहना चाहिए। इसके अलावा उन्होंने कहा कि सभी मंत्री महीने में कम से कम दो बार अपने क्षेत्र का दौरा करें। चूंकि जिले के प्रभार बांटने में भी संतुलन साधने की हरसंभव कोशिश की गई है तथा ट्रांसफर के लिए प्रभारी मंत्री की अनुशंसा अनिवार्य होने के चलते मुख्यमंत्री ने जिलों के बंटवारे के जरिए अपने ऊपर से दबाव कम करने का खास ध्यान रखा है। अब मुख्यमंत्री चाहते हैं कि अधिकारियों व कर्मचारियों के ट्रांसफर पारदर्शिता से हों इसीलिय मंत्रियों को मंत्र दिये गये कि इस काम में पूरी सावधानी रखी जाए ताकि सरकार पर कोई दाग न लगे, उन्होंने कोरोना कालखंड के चलते कर्मचारियों के तबादलों में संवेदनशीलता बरतने का भी आग्रह किया है। दूसरी तरफ स्थानीय निकायों के चुनाव की आहट फिर उभरी है तो माना जा रहा है कि स्थानीय नेताओं की अपने भरोसेमंद अधिकारियों व कर्मचारियों की पोस्टिंग कराने में ज्यादा रुचि रहेगी। यह भी पढ़ें: MP: शिवराज ने लंबे इंतजार के बाद मंत्रियों को जिलों के प्रभार सौंपे, अब राजनीतिक उठापटक हुई तेज..