कोरोना से जूझने में आयुर्वेद बहुत मददगार रहा -दिनेश मालवीय


स्टोरी हाइलाइट्स

कोरोना से जूझने में आयुर्वेद बहुत मददगार रहा Ayurveda has been very helpful in combating corona -दिनेश मालवीय बीते करीब आठ माह से पूरा देश कोरोना महामारी के प्रकोप से जूझ रहा है. इस पर नियंत्रण और इससे पीड़ित लोगों के इलाज में हमारे अपने देश की चिकित्सा पद्धति आयुर्वेद ने भी बहुत मदद की है. देश के जानेमाने आर्युर्वेद चिकित्सक पद्म विभूषण देवेन्द्र त्रिगुणा ने एक साक्षात्कार में कहा कि भारत में आयुर्वेदिक औषधियों के प्रयोग ने भारत में कोरोना के फैलाव को रोकने में बहुत मदद की है. चौबीस से अधिक जड़ी-बूटियों की आर्द्रता (humidification technique) की जो तकनीक विकसित की जा रही है, उससे वायु को शुद्ध करने में मदद मिलेगी. एक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने बताया कि कोरोना में आयुर्वेदिक दवाओं ने लोगो को बहुत मदद की है. अनेक राज्य सरकारों ने कोरोना से निपटने के लिए अग्रिम पंक्ति में काम करने वालों को आयुर्वेदिक दवाओं के वितरण का काम किया. इसमें आयुष विभाग द्वारा जो advisory जारी की गयी वह भी मददगार साबित हुयी. यही कारण है कि भारत में कोरोना पूरी तरह बेकाबू नहीं हो पाया. नियमित रूप से काढ़ा पीने वाले लोगों को बहुत अच्छा फायदा हुआ. त्रिगुणाजी के अनुसार इस बात का प्रमाण है कि अनेक लोगों ने आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों के नुस्खे बनाकर उनका उपयोग किया और उन्हें इस बीमारी से बचने और इसके इलाज में बहुत मदद मिली, क्योंकि इससे उनकी immunity बहुत अच्छी बढ़ गयी. आयुर्वेद सिर्फ इलाज नहीं करता, बल्कि बीमारियों की रोकथाम भी करता है. दिल्ली के दो आयुर्वेदिक अस्पतालों ने कोरोना के कम लक्षणों वाले रोगियों का इलाज किया.इसमें 99.5. फीसद मामलों में सफलता मिली है. आयुर्वेद से कोरोना मरीज 6 से 8 दिन में ठीक हो रहे हैं. बहुत गंभीर मामलों में ही कोरोना के विश्वमान्य एलोपेथी उपचार की ज़रुरत है, अन्यथा कमजोर लक्षणों वाले रोगी आयुर्वेद से ठीक हो सकते हैं.उन्होंने बताया कि 24 जड़ी-बूटियों वाली जो humidification तकनीक विकसित की जा रही है, वह बंद स्थानों पर हवा में व्याप्त वायरसों को ख़त्म करेगी. वर्ष 1994 में गुजरात में प्लेग के समय इसका सफल प्रयोग किया जा चुका है. इससे घरों में होम और हवन किये गये, जिससे बहुत फायदा हुआ. उन्होंने बताया कि अनेक आयुर्वेदिक दवाओं ने immunity बढ़ाने में बहुत मदद की है. ह्रदय और फेंफडों के लिए च्यवनप्राश बहुत फायदेमंद है. ब्रह्मरसायन से थकावट दूर होती है और तनाव कम होता है दूधि-हल्दी, आंवला और मुलेठी जैसी चीजों से घर में बने नुस्खे सामान्य स्वास्थ्य में सुधार के लिए कारगर हैं.