अबसे भोपाल शहर के बाहरी इलाकों पर पुलिस की पैनी नजर रहेगी। पुलिस के पास आने-जाने वाले हर वाहन का रिकार्ड होगा। चोरी के वाहन या अपराध में शामिल वाहन शहर की सीमा से बाहर जाएंगे तो पुलिस को इसकी जानकारी मिल जाएगी।
पुलिस के लिए ये काम काफी आसान हो जाएगा क्योंकि शहर की निगरानी में शहर के बाहर 16 इलाकों में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) तकनीक वाले सीसीटीवी कैमरे लगने शुरू हो गए हैं। इसमें सर्विस लेन भी शामिल है।
16 स्थानों पर नाइट विजन वाले उच्च गुणवत्ता वाले फिक्स्ड और एएनपीआर कैमरे लगाए जा रहे हैं। इस प्रोजेक्ट के तहत 18 करोड़ रुपए की लागत से भोपाल के अलावा इंदौर और जबलपुर के बाहर प्वाइंट पर कैमरे लगाए जा रहे हैं।
वर्ष 2015-16 में शहर की निगरानी में 153 स्थानों पर 781 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए। जिसमें फिक्स्ड और पीटीजेड कैमरे लगाए गए थे। इस कैमरे में नाइट विजन है। फिक्स्ड और पीटीजेड कैमरों के साथ एएनपीआर कैमरे तीन स्थानों, मिसरोड हाईवे, डिमार्ट कोलार रोड और रेजिमेंट रोड शाहजहानाबाद पर स्थापित किए गए हैं।
एएनपीआर कैमरे वाहनों की नंबर प्लेट पढ़कर काम करते हैं। बाकी कैमरों के जरिए पुलिस लोगों पर नजर रखती है। अपराध होने पर पुलिस घटनास्थल के सीसीटीवी कैमरों से लिंक करके बदमाशों का पीछा करती है। कोलार सिक्सलेन के निर्माण के कारण फिलहाल बीमा कुंज, डीमार्ट और शालीमार चौराहे पर कैमरे बंद हैं।
आईटीएमएस के सात स्थानों पर एएनपीआर कैमरे... आईटीएमएस शहर में 28 स्थानों पर 330 कैमरे लगा रहा है। इनमें से सात स्थानों पर एएनपीआर कैमरे हैं। इसके अलावा राजभवन के अंदर और बाहर अलग-अलग कैमरे लगाए गए हैं। जिनमें से कुछ कैमरे के रख-रखाव के लिए टेंडर नहीं होने के कारण बंद हैं। जिसमें पुलिस कंट्रोल रूम तिराहे के कैमरे भी शामिल हैं।
खजूरी बायपास रोड, भौंरी बायपास-पीटीआरआई, मुबारकपुर बायपास-परवलिया, मीना चौराहा, लांबाखेड़ा बायपास-ईटखेड़ी, सैनी चौराहा, स्काई इंडस्ट्री, सुखी सेवनिया बायपास, पटेल नगर बायपास, खजूरी कलां, सूर्या ढाबा, बायपास रोड, बायपास रोड, बायपास रोड, पुष्पांजलि हॉस्पिटल के पास 11 मील, श्रीराम चौराहा, नीलबढ़ तिराहा।
शहर के 16 प्रवेश और निकास बिंदुओं पर सीसीटीवी कैमरे लगाने का काम शुरू कर दिया गया है।