पांच साल बाद घटने लगे अल्ट्रा रिच यानि अरबपति, जानिए भारत में क्या स्थिति?


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स्टोरी हाइलाइट्स

एशिया में सबसे ज्यादा कमी, नार्थ अमेरिका में दबदबा..!

दुनिया में अल्ट्रा रिच यानी अति धनाढ्य लोगों की संख्या में गिरावट आने लगी है। खास बात यह है कि एशिया में ऐसे लोगों की संख्या तेजी से घट रही है। साल 2018 के बाद पहली बार ऐसा हुआ है। इस लिस्ट में ऐसे लोगों को शामिल किया जाता है जिनकी नेटवर्थ तीन करोड़ डॉलर है। अब ऐसे लोगों की संख्या 395,070 रह गई है। एक रिपोर्ट में यह दावा किया गया है। साल 2021 की तुलना में ऐसे लोगों की संख्या में 2022 में 5.4 फीसद गिरावट आई है। इस दौरान अल्ट्रा रिच लोगों की कंबाइंड नेटवर्थ भी 5.5 परसेंट घटकर 45.4 ट्रिलियन डॉलर रह गई है।

सबसे ज्यादा 11 प्रतिशत एशिया के अल्ट्रा रिच लोगों की संख्या में आई है। एशिया में अल्ट्रा रिच लोगों की संख्या 10.9 फीसद गिरकर 108,370 रह गई है। इसी तरह नॉर्थ अमेरिका में अति धनाढ्य लोगों की संख्या में 2021 की तुलना में चार फीसद गिरावट आई है।

दरअसल, दुनिया में अल्ट्रा रिच लोगों के सबसे बड़ी आबादी नॉर्थ अमेरिका में ही है। इसमें अमेरिका, कनाडा और मेक्सिको जैसे देश शामिल हैं। दुनिया में सबसे ज्यादा अल्ट्रा रिच अमेरिका में ही हैं। दुनिया के टॉप 10 अमेरिका में नौ अमेरिका ही हैं। साल 2022 में यूरोप में अल्ट्रा रिच लोगों की आबादी में 7.1 परसेंट की गिरावट आई है और अब यह 100,850 रह गई है।

भारत में 167 'अल्ट्रा रिच'

भारत में इस वक्त लगभग 167 अरबपति हैं जो विश्व में संयुक्त राज्य अमेरिका और चीन के बाद तीसरे स्थान पर आते हैं। इन 167 अरबपतियों में, मुकेश अंबानी 14 साल से भारत के सबसे धनी व्यक्ति हैं, उनके बाद गौतम अदानी, सायरस पूनावाला और शिव नादार का नंबर आता है। अंबानी की नेट मूल्य 90.8 बिलियन डॉलर है। वे वर्तमान में विश्व के 13 वें सबसे अमीर हैं। हालांकि भारत में हाल के अर्से में जो नए अरबपति सामने आए हैं, उनमें शेयर बाजार के बिगबुल कहे जाने वाले दिवंगत राकेश झुनझुनवाला की पत्नी रेखा झुनझुनवाला टॉप पर हैं। माना जाता है कि भारत में अमीरों की संख्या कमी नहीं आई है। अकेले मुबई में ही 66 अरबपति रहते हैं।