पेट्रोल-डीजल की कीमतों में भारी कटौती, सरकार का दिवाली तोहफा, एक झटके में 5 रुपए सस्ता हुआ पेट्रोल, क्या डेमेज कंट्रोल की कोशिश रंग लाएगी|
क्या यह बीजेपी की डैमेज कंट्रोल की रणनीति का हिस्सा है?
देश में हाल ही में हुए उप चुनावों के नतीजे BJP के फेवर में जाते हुए नहीं दिखे। जनता का आक्रोश स्पष्ट रूप से नजर नहीं आ रहा लेकिन अंदर ही अंदर लोग उद्वेलित हैं। बीजेपी सरकार यह भली-भांति जानती है कि महंगाई के मुद्दे पर वह घिरती जा रही है। आने वाले समय में पेट्रोल और डीजल की बढ़ी हुई कीमतें और उसके कारण बाकी चीजों की महंगाई उसके विरोध में जाने वाली है।
मध्यप्रदेश में भी डीजल पेट्रोल के दाम और कम करने के लिए रेट घटाने का हमने फैसला किया है, जो आज दीपावली के दिन से ही लागू होगा। https://t.co/YGY6cziSTk
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) November 4, 2021
बीजेपी ने पेट्रोल से ₹5 और डीजल से ₹10 एक्साइज ड्यूटी घटाकर डैमेज कंट्रोल करने की कोशिश की है। सरकार ने उत्पाद शुल्क घटाकर जनता को थोड़ी राहत देने की कोशिश की है।
निश्चित ही जो भारतीय जनता पार्टी कांग्रेस की सरकार के जमाने में पेट्रोल और डीजल की बढ़ती हुई कीमतों के खिलाफ जमकर विरोध करती थी वह आज इस मुद्दे पर बैठी थी।
जनता के बीच संदेश सही नहीं था, लोगों के मन में यह धारणा बन रही थी कि अच्छे दिन लाने की वादे के साथ आई बीजेपी की सरकार उनके साथ छल कर रही है। महंगाई बढ़ती जा रही है और नरेंद्र मोदी हाथ पर हाथ धरे बैठे हैं।
बीजेपी ने कोशिश की कि एक्साइज ड्यूटी में कमी करवा कर वह आने वाले समय में चुनावों में जनता के कोप भाजन से बच जाए। हालांकि पेट्रोल डीजल में जिस तरह से कीमतों में उछाल आया है 5 और ₹10 की राहत पर्याप्त नहीं मानी जा सकती। फिर भी थोड़ी राहत जरूर लोगों को मिलेगी और लोगों में यह संदेश भी पहुंचेगा कि सरकार उनके बारे में कुछ तो सोच रही है।
मोदी जी के नेतृत्व में भाजपा की प्रदेश सरकारों ने भी पेट्रोल और डीजल के दामों में और कमी करके जनता तक और अधिक राहत पहुँचाने का सराहनीय कार्य किया है।
— Amit Shah (@AmitShah) November 4, 2021
पीएम @narendramodi जी द्वारा देशवासियों को दीपावली के इस उपहार से न सिर्फ आम व्यक्ति को राहत मिलेगी बल्कि महंगाई भी कम होगी।
इधर राज्यों के स्तर पर बहुत ज्यादा सकारात्मक रुख नहीं दिखाई दिया है। खासतौर पर मध्य प्रदेश में जहां पर पेट्रोल और डीजल में भारी-भरकम वैट लगाया जाता है। मध्य प्रदेश जैसी कई राज्य सरकारें हैं जो पेट्रोल और डीजल से अपना खजाना भर रही हैं। भ्रष्टाचार बेईमानी इन राज्यों की संस्कृति का हिस्सा है। इसे कम करने की बजाये जनता कि जेब पर भार डाला जा रहा है| यहाँ सरकारी धन का अपव्यय जमकर होता है, योजनाओं के प्रचार-प्रसार में भी खूब पैसा लुटाया जाता है, लेकिन जनता को राहत देने के नाम पर इन सरकारों के पास कुछ भी नहीं है।
Try all they may, but Modi govt cannot fool our people with their jumlas.
— Congress (@INCIndia) November 4, 2021
A reduction in excise duty by mere Rs.5 or Rs.10 will not ease the unimaginable burden they have imposed on them.
Nation sees through their propaganda.
Nation cries out in unison- #भाजपा_हराओ_महंगाई_हटाओ pic.twitter.com/b4kF2R7EIJ
महंगाई कितनी भी बढ़े यह अपना खजाना भरने से नहीं चूकना चाहते। बाकी खर्चे कभी कम नहीं होते।
दरअसल इनके पास पेट्रोल और डीजल पर वैट ही अपने खजाने को भरने का सबसे मुफीद रास्ता होता है।
फिलहाल केंद्र सरकार ने राज्यों से भी अपील की है कि वह दोनों में अपने अपने स्तर पर बैट घटाए। ऐसा नजर नहीं आता। आने वाले समय में केंद्र सरकार को सभी राज्यों के लिए एक समान वैट की दर लागू करने पर विचार करना होगा, ताकि कई राज्यों की जनता जो स्थानीय स्तर पर लगाए गए बैट के कारण पेट्रोल और डीजल के माध्यम से अनावश्यक रूप से ज्यादा पैसा दे रही है वह बच सकें।
ये दिल से नहीं डर से निकला फैसला है।
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) November 4, 2021
वसूली सरकार की लूट को आने वाले चुनाव में जवाब देना है।#PetrolDieselPrice
पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़ने का मतलब है बाकी चीजों की कीमतों में इजाफा। आने वाले समय में केंद्र सरकार को और राहत देने पर भी विचार करना होगा।
BJP ने अपने राज्यों में पेट्रोल डीजल पर वेट कम कर दिया 👍👌
— The Polestar 🌟🇮🇳 (@Iproud108) November 4, 2021
पर कांग्रेस और आम आदमी पार्टी अपने राज्यों में जनता से वेट क्यो वसूल रही है??🤔🧐🙄
जबकि सबसे ज्यादा आम आदमी पार्टी और कांग्रेस ही हो हल्ला करते हैं?🤔🧐 पेट्रोल डीजल पर
कांग्रेसी राज्यों ने पेट्रोल डीजल पर वैट कम नहीं करने के दो कारण हो सकते हैं
— Pankaj Bhimani (@PankajBhimani5) November 4, 2021
१) मुख्यमंत्री,कैबिनेट मंत्री,सहयोगी पार्टी में कोई आपसी सहयोग नहीं है और सब सहयोगी पार्टी खुद के नेता को श्रेय देना चाहते है नहीं के पुरा श्रेय गांधी परिवार को जाएं
२) जनता की भलाई,सेवा करना नहीं चाहते
शहर |
पेट्रोल की कीमत में |
परिवर्तन |
100.81 ₹/ली |
शहरवार-5.91 |
|
95.13 ₹/लीटर |
-11.52 |
|
101.13 ₹/ली |
-5.90 |
|
111.64 ₹/लीटर |
-5.87 |
|
107.64 ₹/ली |
-6.29 |
|
112.56 ₹/एल |
-6.27 |
|
104.91 ₹/एल |
-6.15 |
|
100.12 ₹/ली |
-5.82 |
|
101.40 ₹/ली |
-5.26 |
|
101.89 ₹/ली |
-5.26 |
|
106.05 ₹/ली' |
0.00 |
|
103.97 ₹/ली |
-6.07 |
|
101.89 ₹/ एल |
-5.26 |
|
101.71 ₹/एल |
-5.90 |
|
99.92 ₹/एल |
-6.18 |
|
108.20 ₹/ली |
-6.29 |
|
112.59 ₹/एल |
-6.27 |
|
111.10 ₹/एल |
-6.35 |
|
103.21 ₹/ली |
-5.77 |
|
98.45 ₹/ली |
-5.68 |
|
100.72 ₹ / एल |
-5.90 |
|
110.09 ₹ / एल |
-5.82 |
|
104.67 ₹ / एल |
-5.82 |
|
104.46 ₹ / एल |
-6.08 |
|
101.05 ₹ / एल |
-5.91 |
|
105.75 ₹ / एल |
-5.94 |
|
101.98 ₹ / एल |
- 5.26 |
|
106.76 ₹/एल |
-6.29 |
|
109.98 ₹/ली |
-5.87 |
|
107.11 ₹/ली |
-6.29 |
|
109.71 ₹/ली |
-5.82 |
|
116.23 ₹/ली |
0.00 |
|
107.92 ₹/ली |
-5.87109.52 |
|
₹/ली |
-5.82 |
|
101.88 ₹ / एल |
-5.83 |
|
94.89 ₹ / एल |
-11.50 |
|
98.52 ₹ / एल |
-5.68 |
|
107.44 ₹/ली |
0.00 |
|
107.80 ₹/ली |
0.00 |
|
113.19 ₹/ली |
0.00 |
|
106.49 ₹/ली |
0.00 |
|
115.99 ₹/ली |
0.00 |
|
107.12 ₹/ली |
0.00 |
|
106.27 ₹/ली |
0.00 |
|
107.85 ₹/ली |
0.00 |
|
115.15 ₹ / एल |
0.00 |
|
102.05 ₹ / एल |
-5.89 |
|
101.06 ₹ / एल |
-5.91 |
|
101.29 ₹ / एल |
-5.91 |
|
112.43 ₹ / एल |
0.00 |
राज्य वार सूची के लिए पेट्रोल की कीमत
राज्य |
पेट्रोल मूल्य |
परिवर्तन |
87.24 ₹ / एल |
+ 11.17 |
|
99.92 ₹/ |
ली.-6.18 |
|
107.92 ₹/ली |
-5.87101.88 |
|
₹/ली |
-5.83 |
|
95.01 ₹/ली |
-11.51101.88 |
|
₹/ली-- |
5.8999.28 |
|
₹/ली. |
+3.43 |
|
103.21 ₹/ एल |
-5.77 |
|
98.48 ₹/ली |
-5.64 |