मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मप्र के कलेक्टरों को छूट दी है कि जिलों में जितने चाहिए, उतने #COVID19 केयर सेंटर खोल सकते हैं। उन्होंने कहा कि राशि कलेक्टरों के पास है, जरूरत पड़ने और और राशि भेजेंगें। सेंटर में स्टाॅफ की भर्ती में कंजूसी ना करें। कुछ जिलों ने बहुत अच्छी पहल की है, सेंटर में ऑक्सीजन बेड भी रख दिए हैं। ऐसा हो सके तो यह भी करें।
इधर चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास कैलाश सारंग की मौजूदगी में चिकित्सा शिक्षा विभाग और वास्को टेली रेडियोलॉजी कम्पनी के मध्य एमओयू हुआ। कम्पनी द्वारा 9 मेडिकल कॉलेज में सीटी/एमआरआई मशीन लगाई जायेगी। इसमें इंदौर, जबलपुर, सागर, दतिया, शहडोल, शिवपुरी, रतलाम, विदिशा और खण्डवा मेडिकल कॉलेज शामिल हैं। इस मौके पर कलेक्टर अविनाश लवानिया और चिकित्सा शिक्षा विभाग की संचालक डॉ. उल्का श्रीवास्तव भी मौजूद थीं।
स्मार्ट सिटी स्थित कंट्रोल-रूम में की समीक्षा
सारंग ने कोविड केयर सेंटर, होम आइसोलेशन, ऑक्सीजन सहित दवाओं की स्थिति का आकलन किया। उन्होंने निर्देश दिये कि बेड क्षमता बढ़ाने के लिये सतत प्रयास जारी रखें, जिससे कोरोना के मरीजों का उपचार हो सके। उन्होंने लोगों को जागरूक करने के लिये अभियान चलाने को भी कहा। इस मौके पर कलेक्टर अविनाश लवानिया, नगर निगम आयुक्त के.व्ही.एस. चौधरी और जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी विकास मिश्रा उपस्थित थे।
सागर पब्लिक स्कूल रातीबड़ बनेगा कोविड केयर सेंटर
रातीबड़ स्थित सागर पब्लिक स्कूल में कोविड केयर सेंटर बनाया गया है। इसमें 200 बेड तैयार किये गये हैं। इस सेंटर पर होम आइसोलेशन की व्यवस्था हो सकेगी। चिकित्सा शिक्षा मंत्री सारंग ने आज इसका मुआयना किया। उन्होंने व्यवस्थाओं संबंधी आवश्यक दिशा-निर्देश दिये। इस मौके पर कलेक्टर लवानिया और जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी विकास मिश्रा मौजूद थे।