Kolkata: बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना गहरे दबाव का क्षेत्र बुधवार सुबह चक्रवाती तूफान 'दाना' में बदल गया। यह जानकारी आईएमडी ने दी है। आईएमडी ने कहा कि इसके उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने, उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक गंभीर चक्रवाती तूफान में तब्दील होने और 25 अक्टूबर की सुबह पुरी और सागर द्वीप के बीच ओडिशा-पश्चिम बंगाल तट को पार करने की संभावना है। इस दौरान हवा की गति 120 किमी प्रति घंटे तक पहुंच सकती है।
सुबह 5.30 बजे तक गहरे दबाव का यह क्षेत्र पारादीप (ओडिशा) से लगभग 560 किमी दक्षिण-पूर्व और सागर द्वीप (पश्चिम बंगाल) से 630 किमी दक्षिण-पूर्व में था। मौसम विभाग ने मछुआरों को 23 से 25 अक्टूबर तक समुद्र में न जाने की सलाह देते हुए चेतावनी जारी की है कि 23 अक्टूबर से ओडिशा-पश्चिम बंगाल तट पर हवा की गति 60 किमी प्रति घंटे तक हो सकती है। 24 अक्टूबर-25 अक्टूबर की सुबह तक गति धीरे-धीरे बढ़कर 100-110 किमी प्रति घंटे और 120 किमी प्रति घंटे होने की उम्मीद है।
पुरी के जगन्नाथ मंदिर के पुजारी रामकृष्ण प्रतिहारी के मुताबिक, इस दौरान मंदिर में सभी पूजा अनुष्ठान समय पर होंगे। लेकिन, श्रद्धालुओं से 25 अक्टूबर तक न आने का अनुरोध किया गया है। चक्रवात के कारण ओडिशा का कोणार्क मंदिर 24 और 25 अक्टूबर को बंद रहेगा।
ओडिशा और बंगाल में प्रभावित इलाकों में स्कूल बंद करने का फैसला लिया गया है। ओडिशा में 14 जिलों के सभी स्कूल और कॉलेज 25 तारीख तक बंद कर दिए गए हैं। जबकि पुरी में 3 हजार से ज्यादा पर्यटकों को सुरक्षित घर भेजा जा चुका है। चार दिनों के लिए होटल बुकिंग बंद कर दी गई है।
चक्रवात दाना का असर ट्रेनों पर भी पड़ा है। चक्रवाती तूफान दाना के संभावित खतरे को देखते हुए दक्षिण पूर्व रेलवे (SER) ने ओडिशा में 150 ट्रेनें और बंगाल में 198 ट्रेनें रद्द कर दी हैं। ये ट्रेनें 23 और 25 अक्टूबर को पश्चिम बंगाल और ओडिशा जानी थीं। कोलकाता में मुख्यालय, एसईआर का क्षेत्र पश्चिम बंगाल, ओडिशा और झारखंड राज्यों तक फैला हुआ है।
भारतीय तटरक्षक (आईसीजी) ने एक बयान में कहा कि वह 'हाई अलर्ट' पर है और उसके समर्पित कर्मी और संसाधन सहायता, बचाव और राहत के लिए तैयार हैं। बयान के मुताबिक, आईसीजी ने किसी भी आपात स्थिति पर त्वरित प्रतिक्रिया देने के लिए रणनीतिक रूप से अपने जहाजों और विमानों को तैनात किया है। एनडीआरएफ ने कहा कि उसने किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए अब तक दक्षिण बंगाल में 13 टीमें तैनात की हैं।
आईएमडी ने कहा कि चक्रवात के प्रभाव के कारण 24 और 25 अक्टूबर को दक्षिण बंगाल के जिलों में भारी बारिश हो सकती है। दक्षिण 24 परगना के तटीय जिलों, पश्चिम मेदिनीपुर, पूर्वी मेदिनीपुर और झाड़ग्राम जिलों में एक या दो स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है। मौसम विभाग ने कहा कि 24 से 25 अक्टूबर के बीच कोलकाता, हावड़ा, हुगली, उत्तर 24 परगना, पुरुलिया और बांकुरा जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है।